Bihar Assembly Election: नीतीश-लालू की सियासी जंग में पोस्टर वार का तडका, टि्वटर भी बना अखाड़ा
जेडीयू सुप्रीमो व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बीच विधानसभा चुनाव की जंग रंग पकड़ रही है। सड़क से लेकर ट्विटर तक एक-दूसरे पर हमले हो रहे हैं।
पटना [अमित आलोक]। बिहार में विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ राजनीति गरमाती जा रही है। इस चुनावी जंग के केंद्र में मुख्यमंत्री (Chief Minister) व जनता दल यूनाइटेड (JDU) सुप्रीमो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एवं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) दिख रहे हैं। दोनों की जुबानी जंग (Tug of war) के बीच इन दिनों पोस्टर वार (Poster War) का तड़का रंग जमा रहा है। ऐसे में आश्चर्य नहीं कि पटना की सड़कों पर आरजेडी व जेडीयू के एक-दूसरे के खिलाफ पोस्टर छा गए हैं। साथ ही लालू यादव व राबड़ी देवी (Rabri Devi) सहित पक्ष-विपक्ष के कई नेता ट्विटर के अखाड़े में भी कूद पड़े हैं।
आरजेडी ने लगातार चौथे दिन जारी किया पोस्टर
ताजा हमला आरजेडी ने किया है। रविवार को आरजेडी ने पोस्टर जारी कर लालू प्रसाद यादव को जनता का सारथी तो नीतीश कुमार को कुर्सी का लालची बताया है। पोस्टर में बिहार की कानून-व्यवस्था (Law and Order) को लेकर भी तंज कसा गया है। इस तरह के आठ पोस्टर आरजेडी ऑफिस के आगे लगाए गए हैं। सबों में अलग-अलग स्लोगन के साथ लालू बनाम नीतीश को दिखाया गया है।
लालू-राबड़ी ने ट्वीट कर भी किया नया हमला, कही ये बात
आरजेडी के इस पोस्टर के खिलाफ पलटवार में अब जेडीयू के पोस्टर का इंतजार है। इस बीच रविवार को खुद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के ट्विटर हैंडल से उनके लिए ट्वीट कर अगले चुनाव में नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने का आह्वान किया गया है। लालू के ट्वीट में नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए उनके लिए 'गिरगिटिया' (रंग बदलने वाला) लिखा गया है। साथ ही उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को खिट्टपिट्टिया (झगड़ालू) बताते हुए शासन को घटिया करार दिया है।
एक गिरगिटिया दूसरा खिट्टपिट्टिया
कुल जोड़ मिला के शासन घटिया #2020_हटाओ_नीतीश
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 5, 2020
जेडीयू व नीतीश कुमार पर राबड़ी देवी ने भी अपने ट्वीट कर हमला किया। लिखा है कि वो नफरत फैलाते हैं, हम प्यार। वो अलग करते हैं, हम साथ लाते हैं। ट्वीट में लालू व नीतीश के 15-15 साल के शासनकाल की तुलना करते हुए यह भी लिखा गया है कि लालू राज में एकता, अखंडता का मंत्र था तो नीतीश राज में स्वार्थ, छल व षडयंत्र हैं।
वो नफ़रत फैलाते हैं हम प्यार।
वो अलग करते हैं ,हम साथ लाते हैं।
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) January 5, 2020
बिहार की सियासत में पोस्टर वार लेकर आया नया साल
बिहार की सियासत (Bihar Politics) में नया साल पोस्टर वार लेकर आया है। सबसे पहले जेडीयू ने दो जनवरी को आरजेडी पर हमला बोलते हुए पोस्टर जारी किया। इसमें आरजेडी के 15 साल की तुलना राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के 15 साल के शासन से करते हुए हिसाब लेने व देने की बात कही गई। इसके जवाब में आरजेडी नीति आयोग (Niti Aayog) द्वारा जारी रिपोर्ट में बिहार में सुशासन (Good Governance) की खराब स्थिति का हवाला देते हुए पोस्टर जारी किया। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) के सिर पर दो टोकरियां थीं। साथ ही लिखा था- झूठ की टोकरी, घोटालों का धंधा।
आरजेडी के हमले पर जेडीयू भला कैसे चुप रहता। उनसे भी अपने पोस्टर में आरजेडी के पोस्टर में भाषाई गलतियों की ओर ध्यान दिलाया। लिखा कि जिन्हें शाब्दिक ज्ञान नहीं, वे राजनीतिक ज्ञान दे रहे हैं। साथ ही पोस्टर में आरजेडी के 15 साल बनाम अपने 15 साल के शासन की तुलना करते हुए लिखा- कराहता बिहार-संवरता बिहार।
आरजेडी व जेडीयू के इस पोस्टर वार शनिवार को कांग्रेस भी कूद गई। साल 2020 को चुनाव का ट्वेटी-20 साल बताते कांग्रेस के पोस्टर में महागठबंधन (Grand Alliance) व एनडीए के बड़े नेताओं को क्रिकेटर के रूप में दो तरफ खड़े दिखाया गया। पोस्टर में नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए लिखा गया है कि मिट्टी में मिल जाएंगे, भाजपा (बीजेपी) में ना जाएंगे की बात कहने वाले मिट्टी और भूत की कहानी सुनाकर बिहार की जनता को खुद के वादों से ना भटकाएं। साथ ही पोस्टर में नीतीश कुमार के वादों को खोखला बताया गया है।
आरजेडी के नए पोस्टर पर जेडीयू के पलटवार का इंतजार
पोस्टर वार रविवार को भी जारी है। आरजेडी ने अपना पोस्टर जारी कर दिया है, जिसका जिक्र उपर में किया जा चुका है। अब इसकी प्रतिक्रिया में जेडीयू क्या पलटवार करता है, इसपर सबों की नजरें टिकीं हैं।
ट्वीटर पर भी तेज हुई सियासी जंग
इस बीच ट्विटर पर भी जंग तेज है। रविवार को लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्वीट में नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए उन्हें 'गिरगिटिया' (रंग बदलने वाला) बताया तो सुशील मोदी को खिट्टपिट्टिया (झगड़ालू) कहा। राबड़ी देवी ने भी रविवार को रविवार को ट्वीट कर नीतीश कुमार के लिए लिखा कि वे नफरत फैलाते हैं। साथ ही आरजेडी को प्यार फैलाने वाला बताया है। उक्त दोनों ट्वीट की चर्चा ऊपर की जा चुकी है।
इसके पहले शनिवार की शाम में किए गए ट्वीट में लालू प्रसाद यादव ने जेडीयू के पोस्टर पर भी तंज कसा। लिखा कि नीति आयोग ने नीतीश के शासन को पूरे देश में फिसड्डी साबित करते हुए ज़ीरो बटा अंडा दिया है। नीतीश कुमार को अपने 15 साल का हिसाब केंद्र सरकार से भी पूछना चाहिए, केवल पोस्टर में फडफ़ड़ाने से कुछ नहीं होने वाला है। साथ ही नसीहत दी कि जब पंख नहीं हैं तो नीतीश कुमार उडऩे की जिद छोड़ दें, बेवजह गिरकर घायल हो जाएंगे।
नीति आयोग और केंद्र सरकार ने नीतीश के कुशासन को पूरे देश मे फिसड्डी साबित करते हुए ज़ीरो बट्टा अंडा दिया है।
तनिक उनसे भी चेक कर लो अपने 15 साल का हिसाब। करिएगा या ख़ाली पोस्टर मे ही फड़फड़ाइयेगा?
जब पंख ना हो तो उड़ने की ज़िद नहीं करते
बेकार गिर पड़ घायल हो जाएँगे,क्या फ़ायदा pic.twitter.com/KBEAUje0q5
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 4, 2020
इसके पहले शनिवार को ही लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्वीट में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नया नारा दिया। दो लाइन के ट्वीट में उन्होंने लिखा- दो हजार बीस, हटाओ नीतीश।
दो हज़ार बीस
हटाओ नीतीश
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 4, 2020
शनिवार को राबड़ी देवी ने भी ट्वीट करके राज्य सरकार पर हमला बोला। मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड को ले उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बलात्कारियों को बचाना चाहते हैं, क्योंकि मूंछ-तोंद वाले व अन्य आरोपित उनके साथ कैबिनेट में बैठे हैं। उन्होंने कांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर से नीतीश कुमार के संबंध तथा ब्रजेश के अख़बार को करोड़ों के विज्ञापन देने को लेकर भी सवाल उठाए।
CM बलात्कारियों को बचाना चाहते है क्योंकि मूँछ वाले, तोंद वाले अन्य आरोपी उनके साथ कैबिनेट में बैठे है?
नीतीश जी बतायें, वो ब्रजेश ठाकुर के अख़बार को करोड़ों का विज्ञापन क्यों देते थे? उसके NGO को फ़ंड क्यों करते थे? उसके घर केक खाने क्यों जाते थे? उसे चुनाव क्यों लड़वाते थे?
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) January 4, 2020