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Bihar Election: इन दिनों तेजस्‍वी पर लगातार हमलावर हैं मांझी; पहले बताया आठवीं पास, अब कहा- पढ़ाई कीजिए

Bihar Election जीतनराम मांझी ने एनडीए में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार से मुलाकात की है। महागठबंधन छोड़ने के बाद से वे तेजस्‍वी यादव पर लगातार हमले भी किए जा रहे हैं।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 06 Sep 2020 09:21 AM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 06:50 PM (IST)
Bihar Election: इन दिनों तेजस्‍वी पर लगातार हमलावर हैं मांझी; पहले बताया आठवीं पास, अब कहा- पढ़ाई कीजिए
Bihar Election: इन दिनों तेजस्‍वी पर लगातार हमलावर हैं मांझी; पहले बताया आठवीं पास, अब कहा- पढ़ाई कीजिए

पटना, जागरण टीम। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से मिलने के बाद हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा (HAM) के अध्‍यक्ष जीतनराम मांझी (Jitanram Manjhi) इन दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) पर कुछ अधिक ही हमलावर हो गए हैं। उन्‍होंने पहले तेजस्‍वी को आठवीं पास अयोग्‍य नेता ठहराया था। अब फिर पढ़ने-लिखने की नसीहत दे डाली है। मांझी ने अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण कानून को लेकर तेजस्वी यादव की मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ प्रतिक्रिया पर बिना नाम लिए पलटवार किया है। इस बीच उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से दूसरी बार मुलाकात की है।

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विदित हो कि तेजस्‍वी ने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किसी अनुसमचित जाति या जनजाति के व्‍यक्ति की हत्‍या हो जाने पर उसके स्‍वजन को नौकरी देने की घोषणा पर सवाल उठाया। तेजस्‍वी ने सवाल किया कि यह प्रावधान सवर्णों, पिछड़ों व अति पिछड़ों की हत्या पर क्‍यों नहीं लाूग किया जा रहा है? मांझी ने इसपर तेजस्‍वी के खिलाफ पलटवार किया।

मांझी का तंज: बोलने के पहले पढ़-लिख लें तेजस्‍वी

तेजस्वी यादव ने केवल खास वर्ग के व्‍यक्ति की हत्या होने पर स्‍वजन को नौकरी देने की मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा पर सवाल खडा करते हुए कहा कि सवर्णो, पिछड़ों और अति पिछड़ों की हत्या पर उनके स्‍वजन को भी तो नौकरी दी जा सकती है। सरकार की प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि हत्या ही नहीं हो। इसपर मांझी ने कहा है कि नीतीश कुमार ने कोई नया आदेश नहीं दिया है, बल्कि वे 1990 से लागू कानून को ही प्रभावी बना रहे हैं। इसके तहत एक तरफ दोषियों को सजा दिलानी है तो दूसरी तरफ प्रभावित परिवार को पेंशन के साथ-साथ रोजगार भी देना है। इसके अंतर्गत सरकारी नौकरी, जमीन देना आदि शामिल हो सकता है। इस राष्ट्रीय कानून को लेकर किसी को कुछ कहना है तो वह केंद्र सरकार से बात करे। नाम लिए बिना मांझी ने तंज कसा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं, वे पढ़-लिख लें। उन्हेंं कानून का ज्ञान नहीं है।

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से की मुलाकात

इस बीच मांझी ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फिर मुलाकात की। मांझी ने इसे राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने के बाद शिष्टाचार मुलाकात बताया। हालांकि, राजनीतिक गलियारे में इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म हो गया है। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग (Seat Sharing) व अन्‍य मुद्दों पर चर्चा हुई।

पर एनडीए में सीट शेयरिंग पर 19 से होगी बात

विदित हो कि जीतनराम मांझी ने कुछ दिनों पहले महागठबंधन (Mahagathbandhan) से नाता तोड़ कर जेडीयू के साथ गठबंधन (Alliance) का ऐलान किया था। इसके बाद वे एनडीए में शामिल हो गए। मांझी ने कहा है कि चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर एनडीए में 19 सितंबर से बातचीत होगी। सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए में कोई परेशानी नहीं है।


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