Bihar Assembly Election: सीटों के बंटवारे में अटकी जीतन राम मांझी की नैया, मनाने में जुटे नीतीश कुमार
Bihar Assembly Election मांझी लोजपा कोटे की दो सीट मांग रहे हैं। जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार उन्हें मनाने में जुटे हैं। जानिए क्या हो सकता है मांझी का अगला कदम।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election: हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी को अब खुद जदयू अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मनाने में जुटे हैं। सूत्रों के मुताबिक मांझी का एनडीए में शामिल होने का निर्णय सीटों के बंटवारे के चक्कर में अटका है। सूत्रों ने बताया कि मांझी लोजपा के कोटे की दो सीट मांग रहे हैं। जिसपर अनिर्णय की स्थिति है। हालांकि नीतीश कुमार उन्हें नौ सीट देने को राजी हो गए हैं। सीटों की बात सुलझते ही मांझी एनडीए में शामिल होने की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। बता दें कि मांझी ने पहले 30 अगस्त फिर दो सितम्बर को प्रस्तावित बैठक स्थगित कर दी थी। जीतन राम मांझी की इन बैठकों पर सभी की निगाहें टिकी हैं। संभवना जताई जा रही थी कि 'हम' के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी सितंबर के पहले सप्ताह में एनडीए का हिस्सा बनने या फिर तीसरे में मोर्चे में शामिल होने का ऐलान कर सकते हैं। हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ हमारी पहले राउंड की बैठक हो गई है। सितंबर के पहले सप्ताह में एनडीए में शामिल होने के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
नीतीश से मुलाकात को एनडीए में शामिल होने के संकेत के रुप में देखा गया
बता दें कि महागठबंधन (Grand Alliance) में लगातार उपेक्षा से खिन्न मांझी ने 22 अगस्त को अपनी पार्टी की कार्यसमिति की बैठक करके अपना रास्ता अलग कर लिया था। जीतन राम मांझी ने 27 अगस्त को मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद जब पत्रकारों ने उनके एनडीए में शामिल होने की बात पूछा तो उन्होंने कहा कि 30 अगस्त को पूरी पिक्चर साफ हो जाएगी। राजनीति में आना-जाना लगा रहता है। अभी हम सारे ऑप्शन पर विचार कर रहे हैंं। मुख्यमंत्री से उनके आवास पर जाकर मुलाकात से यह समझा रहा था कि मांझी के लिए राजग का दरवाजा अब लगभग खुल गया है।
...और भी ऑप्शन हैं
हम प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के अगले कदम पर सबकी नजर है। अंदरखाने में चर्चा गरम थी कि वे फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं। इस बीच जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अलावा असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi), पप्पू यादव (Pappu Yadav) व यशवंत सिंह (Yashwant Sinha) से उनके संपर्कों की चर्चा भी है। वहीं, गठबंधन के घटक दलों में शामिल रालोसपा के प्रमख उपेंद्र कुशवाहा ने खुलकर कहा था कि जीतन राम मांझी का गठबंधन से बाहर जाना दुखद है। उनके जाने से गठबंधन को नुकसान होगा। ऐसे में बिहार की राजनीति में अहम फैक्टर बने मांझी पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।