Bihar Assembly Election: चिराग ने नीतीश के सात निश्चय कार्यक्रम पर उठाए सवाल, कहा- न्यूनतम साझा कार्यक्रम बने
Bihar Assembly Election चिराग ने कहा है कि सीएम नीतीश का सात निश्चय कार्यक्रम महागठबंधन सरकार के दौर का है। इसे वे नहीं मानते। उन्होंने कहा कि वे बीजेपी की सारी बातें मानते हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बिहार में किसी भी सूरत में न्यूनतम साझा कार्यक्रम का राग नहीं छोड़ सकते हैं। चिराग ने मंगलवार को पूछा कि वे कौन सी गलत बात कह रहे? बिहार में साझा सरकार है और न्यूनतम साझा कार्यक्रम जरूरी है। आजादी के बाद से ही परंपरा रही है कि जब कोई साझा सरकार बनती है, तब उसके लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय होता है। चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय कार्यक्रम पर भी सवाल खड़े किए।
महागठबंधन सरकार का है सात निश्चय, नहीं मानता
चिराग पासवान ने कहा कि वर्तमान में जो सरकार है वह सात निश्चय के तहत ली गयी योजनाओं पर आगे बढ़ी है। सात निश्चय को महागठबंधन की सरकार के दौरान राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के समर्थन के साथ नीतीश कुमार ने अपने काम के एजेंडा में शामिल किया था। इसमें लोक जनशक्ति पार्टी या फिर भारतीय जनता पार्टी की कोई सोच नहीं। चिराग ने कहा कि उनकी सोच यह है कि वे आरजेडी और कांग्रेस के सहयोग से तैयार कार्यक्रम को आगे नहीं बढ़ा सकते।
एलजेपी कार्यकर्ताओं के साथ सरकार का नहीं कोई संवाद
चिराग ने कहा कि एलजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ सरकार का कोई संवाद ही नहीं है। कहने को हम सरकार के साथ हैैं, पर हमारे कार्यकर्ता किस फोरम पर सरकार में अपनी बात रखें यह तय नहीं। यह सही है क्या?
मुख्यमंत्री के चेहरा नहीं, कार्यशैली पर रखते रहे अपनी बात
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा हाल ही में नीतीश कुमार को बिहार एनडीए का चेहरा बताया गया। इसके पूर्व भी बीजेपी दिग्गजों ने नीतीश कुमार के नाम पर सहमति दी। इस सवाल पर चिराग ने कहा कि उन्होंने चेहरे को लेकर कभी कोई बात नहीं की। वे तो मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर अपनी बात रखते रहे हैं। आरंभ से ही यह कहते रहे हैैं कि बीजेपी जो तय करेगी, उस पर उनकी सहमति रहेगी।
न्यूनतम साझा कार्यक्रम में शामिल करें बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट
चिराग ने कहा हमने एक साल तक लगातार बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट पर मेहनत की है। लाखों लोगों से यह बात की है कि वे क्या चाहते हैैं। इसके आधार पर ही काम हो। हम यह चाहते हैैं कि इस एजेंडा को आने वाली एनडीए सरकार के न्यूनतम साझा कार्यक्रम में शामिल किया जाए।
एलजेपी नहीं चाहती कोरोना और बाढ़ में दौरान चुनाव
चिराग ने कहा कि चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मंच शेेयर करने या फिर मेरी भूमिका को लेकर विपक्ष या पक्ष की बात कहने का कोई मतलब नहीं है। हम तो कोरोना और बाढ़ में चुनाव नहीं कराने के हिमायती हैैं। जब चुनाव आयोग चुनाव की तारीख तय करेगा तब कुछ कहेंगे।