Bihar Assembly Election 2020: NDA में सीट शेयरिंग को और उलझाएगी JDU-LJP की तनातनी
Bihar Assembly Election 2020 बिहार के सत्तााधारी एनडीए में जेडीयू व एलजेपी में तनाव चरम पर है। हालात ऐसे ही रहे तो आगे सीट शेयरिंग का मामला और उलझना तय माना जा रहा है।
पटना, भुवनेश्वर वात्स्यायन। Bihar Assembly Election 2020: बिहार में जपता दल यूनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी की सार्वजनिक हो चुकी तनातनी आने वाले दिनों में सीट शेयरिंग के समय और अधिक विस्तार पाएगी। यह तय है कि जेडीयू उन सीटों को किसी हाल में भी नहीं छोड़ेगा जिस पर पिछले चुनाव में उसके प्रत्याशी मुकाबले में थे और एलजेपी भी उक्त सीट पर सक्रिय थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास और लोकसभा में जेडीयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह बुधवार को जिस अंदाज में एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के खिलाफ मुखर हुए वह आने वाले समय के लिए साफ-साफ संकेत है। दिलचस्प यह है कि इस प्रकरण में एलजेपी ने अपने नेताओं से ललन सिंह के खिलाफ बयान दिलवाने शुरू कर दिए हैैं। ललन सिंह के बयान को प्रधानमंत्री के वक्तव्य के खिलाफ बता इसे मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है।
इस बार कुछ इस तरह फंसा मामला
एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पिछले कई महीनों से सरकार के कार्यकलापों पर नकारात्मक टिप्पणी कर रहे थे। हाल के दिनों में वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधे-सीधे बयानबाजी करने लगे थे। यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री उन्हें समय ही नहीं दे रहे हैं। इस बीच एक दिन उनकी मुख्यमंत्री से फोन पर 10 मिनट तक बात हो गई। इस पर रामविलास पासवान ने दिल्ली में यह बयान भी दिया कि जेडीयू और एलजेपी में सबकुछ ठीक है। फिर रामविलास पासवान ने तीन दिन पहले यह बयान दे दिया कि बिहार में कोरोना संक्रमण के लिए राज्य सरकार को जो करना चाहिए, वह नहीं हो रहा। रामविलास पासवान के बयान के दो दिन बाद पूर्व से तय कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की जहां कोरोना के मामले अधिक आ रहे हैं। अपने संबोधन के क्रम में प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों को कहा कि टेस्ट बढ़ाए जाएं, इससे कोरोना के मामले को नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी। एलजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्य की व्याख्या कर डाली कि वह बिहार की स्थिति पर बोल रहे हैं। चिराग के इस वक्तव्य के बाद जेडीयू का सब्र खत्म हो गया।
कालीदास और सूरदास के बीच आगे बढ़ गया मामला
चिराग के अंदाज पर जेडीयू नेता ललन सिंह ने दो टूक अंदाज में यह कह डाला कि वह कालीदास हैं। जिस डाल पर बैठे हैैं उसे ही काट रहे हैैं। विपक्ष की भूमिका का निर्वहन कर रहे। इस पर एलजेपी ने ललन सिंह को सूरदास कह दिया। उसके एक सांसद ने कड़वी टिप्पणी कर दी। गुरुवार को भी लोजपा इस प्रकरण में सक्रिय रही। इसीलिए यह आशंका है कि आने वाले दिनों में यह तनातनी बढ़ेगी।