Bihar Assembly Election 2020 : गांव-गांव दिखने लगा भाजपा का डिजिटल पावर, क्या चुनाव में मिलेगा फायदा
Bihar Assembly Election 2020 बिहार चुनाव में वर्चुअल रैलियां और डिजिटल प्रचार अभियान ही राजनीतिक दलों का सहारा है। डिजिटल अभियान में भाजपा है सबसे आगे पहुंच रही घर-घर।
पटना, रमण शुक्ला। Bihar Assembly Election 2020 : फायदा होगा कि नहीं यह समय बताएगा, लेकिन बिहार चुनाव में वर्चुअल रैलियां और डिजिटल प्रचार अभियान ही राजनीतिक दलों का सहारा है। सभी दल अपने स्तर पर तैयारी में जुटे हैं लेकिन डिजिटल अभियान से करोड़ों लोगों तक पहुंचने की कोशिश में सबसे आगे भाजपा ही दिख रही। तकनीक का व्यापक प्रयोग करने के मामले में भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड पिछले एक दशक से सबसे शानदार रहा है। बिहार चुनाव में इसे सर्वोच्च स्तर पर पहुंचाने की तैयारी है। गांव-गांव में घर-घर तक भाजपा पहुंच बना रही है।
यह हैं कारण कि पीएम की मन की बात से जुड़े सर्वाधिक लोग
भाजपा ने अपनी सबसे नीचे की इकाई पन्ना प्रमुखों का भी वाट्सएप ग्रुप बना लिया है। राजद की तैयारी भी कुछ इसी तरह की है। उसने भी बूथ स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बना लिया है। कांग्रेस ने प्रखंड स्तर पर इस तरह का समूह बना रखा है। जदयू की तैयारी भी लोगों के घर-घर तक पहुंचने की है, लेकिन भाजपा का डिजिटल अभियान सभी दलों अलग और व्यापक है।
यही वजह है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली से सर्वाधिक लोगों को जोड़ा जा सका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मन की बात' डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सबसे अधिक सुनी जा रही। इसी के बूते भाजपा चुनाव से संबंधित तमाम समितियों का गठन कर चुकी है। राष्ट्रीय नेताओं के कार्यक्रम तय हो चुके हैं। पार्टी ने विस्तारकों के सहारे और पन्ना प्रमुखों जरिए घर-घर दस्तक देने का अभियान चला रखा है। अहम यह है कि पार्टी के अनुषांगिक संगठन महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, किसान मोर्चा, एससीएसटी मोर्चा जैसे संगठनों के साथ आइटी सेल तक का दावा है कि बूथों के वाट्सएप गु्रप में डेढ़ से दो सौ लोग जुड़े हुए हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव प्रचार का स्वरूप पूरी तरह से बदला हुआ रहेगा, ऐसे में बड़े-बड़े नेताओं की जनसभाओं और उनके अभिभाषणों को एप के जरिए अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाए जाने की कोशिश में भाजपा जुटी है। इसमें सप्तऋषि और सप्तसखी की भूमिका भी काफी अहम पार्टी मान रही है।
वीडियो कैप्सूल करेंगे गुणगान :
भाजपा फेसबुक लाइव, ट्वीटर, वाट्सएप ग्रुप, डिजिटल बुलेटिन में छोटे छोटे वीडियो के माध्यम से एनडीए सरकार की उपलब्धियों पहुंचाने के सफल प्रयोग को नए सिरे विधानसभा प्रचार के लिए आजमा रही है।
इंजीनियर्स और प्रोफेशनल्स संभाल रहे मोर्चा
भाजपा के डिजिटल अभियान को धार देने के लिए पेशेवर आइटी विशेषज्ञ की नई टीम तैनात की गई है। बिहार के अलावा महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान, झारखंड में अलग-अलग टीम काम कर रही। अपने पुराने अनुभवों और नए विजन के साथ सोशल मीडिया पर भाजपा को चमकाया जा रहा। आइटी सेल के कामकाज में पूरी गोपनीयता बरती जा रही है। गोपनीय स्थान से आइटी सेल अपना काम कर रहा है। इसमें कुछ तो आइडिया तैयार करते हैं। डाटा एनालिसिस व कलेक्शन, वीडियो डिजाइनिंग, ग्राफिक्स व कंटेट राइटिंग के लिए अलग-अलग टीम बनी है।
कमल क्लब और कमल कनेक्ट जोड़ रहा लाखों लोगों को
भाजपा युवा मोर्चा के डिजिटल योद्धा हर शक्ति केंद्र पर काम कर रहे हैं। भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नितिन नवीन बताते हैं कि कमल क्लब और कमल कनेक्ट अभियान के जरिए मोर्चा ने अभी तक दस हजार डिजिटल योद्धा तैयार किया है। भाजपा बिहार चुनाव में कमल कनेक्ट का भरपूर उपयोग करेगी। पार्टी हर बूथ और हर मतदाता तक पहुंचने के लिए इसे बड़े माध्यम के रूप में उपयोग करेगी। कमल कनेक्ट को पार्टी के युवा ब्रिगेड और आइटी वालेंटियर ने तैयार किया है। इसको बिहार चुनाव को ही ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। कमल कनेक्ट सोशल मीडिया में प्रवेश का इंट्री द्वार और प्लेटफॉर्म भी है। इस एप से कोई व्यक्ति सीधे फेसबुक, ट्विटर या वाट्सएप पर पहुंच सकता है।
एप इंटरनेट की कम स्पीड में भी बेहतर तरीके से काम करता है। एप के माध्यम से भाजपा राजग सरकार के कामकाज, खास तौर पर बिहार राज्य के लिए किए कार्यों और योजनाओं को इस एप के जरिए वोटरों तक पहुंचाने की तैयारी में है। एप के जरिए भाजपा अपने कार्यकर्ताओं और वोटरों को पार्टी के कार्यक्रमों, रैलियों और सभाओं से लगातार जोड़ेगी और इसकी जानकारी देने की रणनीति तय की है।