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Bihar Assembly Election 2020 : चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक खत्‍म, NDA ने कहा- एक फेज में हो मतदान

Bihar Assembly Election 2020 विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने सर्वदलीय बैठक की। शुक्रवार की शाम खत्‍म हुई बैठक में जदयू ने कहा- एक ही फेज में मतदान हो। राजद ने कही यह बात।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Fri, 26 Jun 2020 05:57 PM (IST)Updated: Fri, 26 Jun 2020 10:32 PM (IST)
Bihar Assembly Election 2020 : चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक खत्‍म, NDA ने कहा- एक फेज में हो मतदान
Bihar Assembly Election 2020 : चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक खत्‍म, NDA ने कहा- एक फेज में हो मतदान

पटना, राज्‍य ब्‍यूरो। Bihar Assembly Election 2020 : विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने सर्वदलीय बैठक की। शुक्रवार की शाम खत्‍म हुई बैठक में एनडीए ने कहा- एक फेज में मतदान हो। एक ही फेज में चुनाव खत्‍म हो जाए। राजद ने डिजिटल रैली पर रोक लगाने की मांग की है। बताया जाता है कि बैठक में जदयू और राजद के अलावा भाजपा, कांग्रेस, वामदल समेत अन्‍य राजन‍ीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। बताया जाता है कि चुनाव आयोग की बैठक में कोरोना काल में चुनाव प्रचार को लेकर राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों से व्‍यापक चर्चा हुई। इसमें वोटर कार्ड और मतदान केंद्र का मामला भी उठा है। 

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सभी दलों ने घर-घर जाकर वोट मांगने की अनुमति मांगी

एनडीए के दो प्रमुख दलों भाजपा और जदयू ने चुनाव आयोग से कहा है कि बिहार में विधानसभा चुनाव सिर्फ एक चरण में संपन्न करा लिए जाएं। चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ पटना में शुक्रवार को हुई सर्वदलीय बैठक में दोनों दलों ने यह प्रस्ताव दिया। बिहार के प्रमुख विपक्षी दल राजद ने इस प्रस्ताव का विरोध तो नहीं किया, लेकिन कहा कि यह आयोग को तय करना है कि कैसे चुनाव होगा। हालांकि राजद ने साफ तौर पर वर्चुअल कांफ्रेंस, रैली, सभाएं और मीटिंग की अनुमति देने पर विरोध जताया और कहा कि इससे छोटे राजनीतिक दलों को नुकसान झेलना पड़ेगा। सभी दलों ने एक सुर में आयोग से घर-घर जाकर जनसंपर्क करने की अनुमति की मांग की। 

चुनाव में कर्मचारियों की नहीं होगी कमी

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एचआर श्रीनिवास की ओर से शुक्रवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भाजपा-जदयू के प्रतिनिधियों ने कहा कि 2010 से लेकर पिछले वर्ष के चुनाव तक कहीं भी हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। कर्मचारियों की कमी इसलिए नहीं होगी, क्योंकि आसपास के किसी राज्य में चुनाव नहीं है। राज्य सरकार, बैंक और केंद्रीय उपक्रम के कर्मियों को अगर एक साथ लगा दिया जाए तो एक दिन में मतदान आसानी से कराया जा सकता है। कर्मियों की कमी नहीं होगी। इससे चुनाव में कम खर्च होगा। अधिक दिनों तक चुनाव होने से उम्मीदवारों के अलावा प्रशासन का भी खर्च बढ़ता है। राजद ने कहा कि यह चुनाव आयोग को तय करना है कि वह कैसे चुनाव संपन्न कराना चाहता है। 

शारीरिक दूरी को ध्यान में रखकर 34 हजार बूथ बढ़े 

आयोग ने सर्वदलीय बैठक में बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए बूथों की संख्या बढ़ा दी गई है। पहले 73 हजार मतदान केंद्र थे। अब उनकी संख्या 1.06 लाख से अधिक हो गई है। ऐसे में कुल बूथों की संख्या करीब 34 हजार बढ़ गई है। यह पहल आयोग ने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर की है।

12 दलों के नेताओं ने आयोग को बताई अपनी राय

मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में हुई बैठक में सीईओ एचआर श्रीनिवास ने सभी प्रमुख 12 दलों के प्रतिनिधियों से उनके सुझाव लिए। जदयू की ओर से सांसद ललन सिंह, आरसीपी सिंह और मंत्री संजय कुमार झा ने भाग लिया। वहीं, भाजपा की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बैठक में शामिल हुए। राजद की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के अलावा भोला यादव, आलोक मेहता, विधायक शक्ति सिंह यादव और वृषण पटेल ने भाग लिया, जबकि कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ब्रजेश प्रसाद मुन्नन ने शिरकत की। इसमें सात मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दल और चार राज्यस्तरीय दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। राष्ट्रीय दलों में भाजपा, भाकपा, माकपा, कांग्रेस, बसपा, राकांपा और नेशनल मिजो फ्रंट के अलावा चार राज्य स्तरीय दलों में जदयू, राजद, लोजपा एवं रालोसपा शामिल हुईं।  

जानें किस दल ने क्‍या कहा 

मतदाता सूची से आधार कार्ड लिंक करे आयोग : भाजपा

भाजपा ने सीईओ द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में छह बिंदुओं पर चुनाव आयोग का ध्यान आकृष्ट किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि विधानसभा का चुनाव एक या दो चरणों में कराया जाए। प्रत्येक विधान सभा में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए। विभाजित मतदान केंद्रों को एक बिल्डिंग में रखने का प्रयास किया जाए। मतदाता सूची को आधार कार्ड से लिंक किया जाए। शहरी क्षेत्र को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्र के बूथों को पंचायती राज की तर्ज पर स्वीकृति दी जाए। चुनाव प्रचार एवं जन सम्पर्क हेतु मास्क लगाना अनिवार्य किया जाए। भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष और मंगल पांडेय के अलावा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जनक राम और भाजपा चुनाव सेल के संयोजक राधिका रमण सीईओ द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए।

संसाधन कमी नहीं, आयोग एक दिन में संपन्न कराए मतदान : जदयू

आयोग की बैठक में जदयू ने एक ही दिन विधानसभा चुनाव कराने का सुझाव दिया। बैठक में लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, राज्यसभा में नेता आरसीपी सिंह और जल संसाधन मंत्री संजय झा शामिल हुए। ललन सिंह ने बताया कि ङ्क्षहसा और कर्मचारियों की कमी के चलते ही राज्य में कई चरणों में मतदान होते थे। 2010 से लेकर अबतक ङ्क्षहसा की घटनाएं नहीं हुईं। कर्मचारियों की कमी इसलिए भी नहीं होगी, क्योंकि आसपास के किसी राज्य में चुनाव नहीं है। राज्य सरकार, बैंक और केंद्रीय उपक्रम के कर्मियों को अगर एक साथ लगा दिया जाए, कर्मियों की कमी नहीं होगी। इससे चुनाव में कम खर्च होगा। अधिक दिनों तक चुनाव होने से उम्मीदवारों के अलावा प्रशासन का भी खर्च बढ़ता है। पार्टी ने स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लंबित चुनाव कराने की भी मांग की। जदयू ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को डोर टू डोर जन संपर्क की इजाजत दे दी जाए। लेकिन, बड़े नेताओं के चुनाव प्रचार का निर्णय कोरोना के चलते केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार हो। आयोग तय करे कि पार्टियों के बड़े नेता पहले की तरह रैलियां करेंगे या डिजिटल मोड में वोटरों से अपील करेंगे। हर हाल में शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए। बूथों की संख्या बढऩे से भी एक दिन में चुनाव कराने में सुविधा होगी।

पैसे वाले लोग अभी से चुनाव करने लगे प्रभावित : राजद

राजद विधायक शक्ति सिंह यादव ने कहा कि चुनाव आयोग ने प्रचार के तरीके तय करने के लिए बैठक बुलाई थी। लेकिन सत्ताधारी दल साजिश रचने में लगे हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि भाजपा-जदयू ने डिजिटल प्रचार की बात कही है। ये पैसे वाले लोगों की साजिश है। उनके पास पैसा है। वे पैसे के बल पर लोगों को झांसे में रखना चाहते हैं। शक्ति सिंह ने बताया कि चुनाव को अरबपतियों-खरबपतियों का खिलौना बनाने की साजिश शुरू हो गई है। सभी पाॢटयों को चुनाव प्रचार का मौका मिलना चाहिए। अगर चुनाव आयोग को एक फेज में चुनाव कराना है कराये लेकिन उससे पहले चुनाव प्रचार का मौका दे। हमारे नेताओं को जनता के बीच जाने की छूट मिलनी चाहिए। 

सभी पार्टियों को मुफ्त मुहैया कराएं होर्डिंग : कांग्रेस

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव ब्रजेश प्रसाद मुनन ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए बूथों की संख्या बढ़ाई जाए। मुफ्त में सभी पार्टियों को जिलेवार होर्डिंग उपलब्ध कराई जाए। टेलीविजन और रेडियो पर चुनाव प्रचार का बराबर समय दिया और मुफ्त में यह सुविधा मुहैया कराई जाए।

बूथों पर सैनिटाइजर का इंतजाम करे आयोग : लोजपा

लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश महासचिव डॉ शाहनवाज अहमद कैफी, प्रदेश मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू, संजय पासवान, कार्यालय प्रभारी राजेंद्र विश्वकर्मा बैठक में शामिल हुए। लोजपा ने आयोग से कहा की सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाए। बूथ की संख्या बढ़ाई जाए। सभी बूथ संख्या पर सैनिटाइजर का व्यवस्था की जाए।


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