बड़ी लापरवाही: बारात लेकर शादी रचाने पहुंच गया कोरोना पॉजिटिव मरीज, हुआ खुलासा तो मचा हड़कंप
बिहार के कोरोना अस्पताल एनएमसीएच मे एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से एक कोरोना मरीज भाग निकला और शादी करने बरात लेकर पहुंच गया।
पटना, जेएनएन। बिहार के एकमात्र कोरोना अस्पताल एनएमसीएच में बड़ी लापरवाही सामने आई है, अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से एक कोरोना संक्रमित मरीज, जिसकी शादी तय थी, वह वार्ड से भाग निकला और बरात लेकर शादी करने पहुंच गया। यहां आइसोलेशन वार्ड में जब पता चल तो हड़कंप मचा है।
घटना पटना के दनियावां प्रखंड के मकसूदपुर गांव की है जहां के एक मरीज को लेकर रविवार को कोरोना संक्रमण को लेकर अस्पताल की घोर लापरवाही का मामला सामने आया। पांच दिन पूर्व दनियावां के युवक की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उसे एनएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड भर्ती कराया गया, लेकिन यहां से वह भाग निकला। उसकी शादी तय थी। उसने एक निजी लैब से जांच निगेटिव होने की रिपोर्ट दिखाकर सभी को विवाह के लिए तैयार किया था। मुखिया रेणु देवी ने रविवार शाम बरात रवाना होने की जानकारी दी।
वहीं दनियावां पीएचसी प्रभारी स्नेहा तृप्ति ने मामला सुनते ही बिना कुछ कहे फोन काट दिया। हालांकि, आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराने को ढूंढ रहे सिविल सर्जन और उनकी टीम ने शादी की अनुमति देने के पूर्व तीसरी बार जांच कराने के लिए उन्हें कार्यालय बुलाया था। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है।
युवक के स्वजनों ने सिविल सर्जन को बताया कि वह दो माह पूर्व दिल्ली से आया था। क्वारंटाइन सेंटर में पूरी अवधि रहा था। इसके बाद लिए गए सैंपल की रिपोर्ट 23 जून को आरएमआरआइ में पॉजिटिव आई। 27 जून को विवाह तय था, इसलिए अस्पताल से भाग निकला। सक्रिय संक्रमित और आइसोलेशन वार्ड में भर्ती लोगों की संख्या में अंतर पर सभी की तलाश शुरू हुई तो स्वास्थ्य विभाग ने उससे संपर्क किया। इसके बाद मामले की जानकारी हुई।
कहा-सिविल सर्जन ने
युवक के स्वजन एहतियात बरतने की शर्त पर शादी की अनुमति के लिए आवेदन दिए हैं। निजी लैब की जांच रिपोर्ट भी जमा की गई है। कोरोना के कारण शादी नहीं रोकी गई है। तीसरी जांच कराई जाएगी यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाएगी।
- राजकिशोर चौधरी, सिविल सर्जन, पटना