तेजस्वी ने कही बड़ी बात- BJP से समझौता कर लेते तो बिहार के सीएम नीतीश नहीं, हम होते
तेजस्वी यादव ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में भी बिहार जैसी स्थिति है। अगर हमने भी समझौता कर लिया होता तो बिहार के सीएम नीतीश नहीं हम होते सुशील मोदी डिप्टी सीएम।
पटना, जेएनएन। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन पत्रकारों से बातचीत के दौरान बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि अगर हमने 2016 भाजपा के साथ समझौता कर लिया होता तो हम बिहार के सीएम होते और सुशील कुमार मोदी जी हमारे साथ इसी पद पर बने रहते जिसपद पर अभी विराजमान हैं। लेकिन, हमने कभी अपने नीति और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया ना करेंगे।
भाजपा ने जदयू से पहले राजद को दिया था न्यौता, हमने ठुकराया
तेजस्वी यादव ने कहा कि 2016 में जदयू से पहले भाजपा ने राजद को सरकार बनाने का न्योता दिया था। उस वक्त अगर राजद ने सिद्धांतों से समझौता कर लिया होता तो बिहार में राजनीतिक समीकरण कुछ और होता।तेजस्वी ने कहा कि भाजपा ने उन्हें ऑफर दिया था कि बिहार में राजद-भाजपा की सरकार बने और सीएम राजद के ही किसी नेता को बनाया जाए। वहीं अॉफर में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को ही बनाने का प्रस्ताव दिया गया था।
Yadavtejashwi ने कहा-समझौता कर लिए होते तो cm nitishkumar नहीं, हम होते और deputy CM तब भी सुशील मोदी होते। देखिए video और क्या कहा tejashwi ने#biharnews #Politics #tejashwiyadav #nitishkumar pic.twitter.com/kkN3rmFV4O — kajal lall (@lallkajal) November 25, 2019
तेजस्वी ने कहा कि सिद्धांतों और उसूलों पर चलने वाली राजद ने इस अॉफर को साफ ठुकरा दिया और जो लोग सत्ता के लिए लालायित थे उन्होंने नीति और सिद्धांत को ताक पर रखकर बिहार में सरकार बना ली।
महाराष्ट्र में भी बिहार जैसी स्थिति
तेजस्वी ने महाराष्ट्र के मुद्दे पर कहा कि वहां का मामला भी बिहार की ही तरह है और ये सभी जानते हैं। हमने कभी भी नीति-सिद्धान्त से समझौता नही किया है। यहां तो उपचुनाव के परिणाम से जनता ने अपना सन्देश दे दिया है।
तेजस्वी यादव ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कहा कि अभी नामांकन हो रहा है, इसपर अभी क्या कहा जाय?
बिहार की बदहाली के लिए सुशील मोदी-नीतीश जिम्मेदार
विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे तेजस्वी यादव ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में बिहार की नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला और कई बड़े आरोप लगाए। कहा कि बिहार की बदहाली के लिए नीतीश कुमार और सुशील मोदी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
तेजस्वी ने कहा कि-इसबार विधानसभा का शीतकालीन सत्र काफी छोटा है और एनडीए सरकार के लिए मुद्दे काफी ज्यादा हैं। बिहार की आम जनता कई तरह की समस्याएं झेल रही है, लगातार कई समस्याएं आ रही हैं, लेकिन उनका निदान नहीं हो पा रहा है।
लाठी वाली सरकार नहीं चलेगी
रविवार को कांग्रेस नेताओं पर लाठीचार्ज की निंदा की और कहा कि कांग्रेसी नेताओं पर लाठीचार्ज किया गया, जो सरासर गलत है, इसमें कई विधायकों को चोट आई है, जो सही नहीं है। इसकी हमसब निंदा करते हैं। अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सरकार लाठी का इस्तेमाल कर रही है और अब ये लाठी वाली सरकार नहीं चलेगी।
नियोजित शिक्षकों का साथ देगा राजद
तेजस्वी ने साथ ही नियोजित शिक्षकों के मुद्दे पर कहा कि राजद नियोजित शिक्षकों के साथ हैं। बेरोजगारी के मुद्दे पर उन्होंने विधानसभा में निकली वैकेंसी के लिए कुछ पदों के लिए लाखों आवेदन आने का मुद्दा उठाया और बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा में चपरासी की बहाली में बीटेक, एमटेक, पीजी की पढ़ाई करने वाले आवेदन दे रहे हैं, यह बेरोजगारी का सबसे बड़ा उदाहरण है।
तेजस्वी ने कहा कि बेरोजगारी, चमकी बुखार, अपराध, शिक्षा, इन सभी मुद्दों पर राज्य की नीतीश सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। यहां सीएम कुछ करने की बजाय जनता की तकलीफों पर या तो खामोश रहते हैं या सिर्फ बात बनाते हैं।
तेजस्वी यादव कल से झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए हुसैनाबाद से अपना चुनाव प्रचार शुरू करेंगे।