बिहार आते ही भक्त चरण दास को झेलना पड़ा बागी कांग्रेस नेताओं का आक्रोश
बिहार प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी भक्त चरण दास अपने पहले दौरे में आज पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर तो नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मगर सदाकत आश्रम आते ही बैठक के दौरान बागी नेताओं ने जमकर भड़ास निकाली।
पटना, राज्य ब्यूरो । बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी पराजय के बाद से नाराज चल रहे पार्टी के बागी नेताओं का गुस्सा अब तक ठंडा नहीं पड़ा है। आलम यह है कि बिहार के नवनियुक्त कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास को अपनी पहली ही यात्रा में पार्टी नेताओं के भयंकर गुस्से का सामना करना पड़ा। पटना एयरपोर्ट पर तो नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया । सदाकत आश्रम पहुंचते ही उनके सामने नेताओं ने टिकट बंटवारे में पैसों के खेल से लेकर पार्टी के बड़े नेताओं की लापरवाही, उदासीनता, पैराशूट नेताओं को टिकट देने जैसे आरोपों की बौछार कर दी। पहले ही दौरे में चरण दास को बिहार की चुनौतियों का एहसास हो गया ।
राजद की मनमानी की शिकायत
सूत्रों के अनुसार पार्टी के पुराने नेता संजीव टोनी, जनार्दन शर्मा, शकीलुज्जमा ने प्रदेश नेतृत्व पर चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने, टिकटों के बंटवारे में राजद की मनमानी चलने देने और राजद के दबाव में काम करने जैसे आरोप लगाए। जब ये नेता बोल रहे थे उस वक्त बिहार प्रभारी भक्त चरण दास मौन होकर इन्हें सुनते रहे। बैठक में पार्टी दो धड़े में बंटी नजर आई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने की। इस दौरान विधान मंडल दल के नेता अजीत शर्मा के साथ ही सभी वरीय नेता, विधायक, विधान पार्षद, कई जिलाध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्य व सहयोगी संगठन के नेता मौजूद रहे।
पार्टी नेताओं को सौंपा टास्क, किसान मुद्दे पर करें राजभवन घेराव
भक्त चरण दास ने बाद में बैठक को संबोधित करते हुए कहा किसानों का मसला विश्वव्यापी मुद्दा बन गया है। इस मसले पर पार्टी नेता 15 जनवरी को राजभवन का घेराव करे। उन्होंने नेताओं को ताकीद की कि शिकायत किसी को हो उस पर चर्चा पार्टी फोरम पर करें। भरत सिंह का नाम लेकर कहा वे कांग्रेसी नहीं हैं।
नीतीश को आत्ममंथन की सलाह
बाद में पत्रकारों के सवाल पर चरण दास ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेक्युलर नेता हैं। लेकिन उन्हें आत्ममंथन करना चाहिए कि भाजपा उनके साथ क्या कर रही है। नीतीश कुमार को बड़ा भाई बताते हुए कहा वे हमसे ज्यादा खुद के बारे में जानते हैं। उन्होंने कहा बिहार की राजनीति के कई पहलू हैं। पार्टी को संघर्ष की राह पर चलना होगा। संघर्ष के जरिए ही सत्ता की राह निकलेगी। मध्यावधि चुनाव पर कहा फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं। जब जैसा होगा पार्टी उसके लिए तैयार रहेगी।