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उपासना एक्सप्रेस में फायरिग के तार बेउर जेल से जुड़े, पेशी पर जाते समय मिली थी धमकी

पटना। बेउर जेल से सियालदह कोर्ट में पेशी के लिए ले जाए जा रहे राजस्थान के दौसा निवासी कैदी पर फायरिंग मामले के तार बेउर जेल से जुड़ गए हैँं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 02:40 AM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 02:40 AM (IST)
उपासना एक्सप्रेस में फायरिग के तार बेउर जेल से जुड़े, पेशी पर जाते समय मिली थी धमकी
उपासना एक्सप्रेस में फायरिग के तार बेउर जेल से जुड़े, पेशी पर जाते समय मिली थी धमकी

पटना। बेउर जेल से सियालदह कोर्ट में पेशी के लिए ले जाए जा रहे राजस्थान के दौसा निवासी कैदी पर हुई फायरिग के तार बेउर जेल से जुड़ गए हैं। घटना के बाद फिर से जेल से बाहरी अपराधियों से हत्या कराने की बात सामने आ रही है।

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सोना लूटकांड में बेउर जेल में बंद सुबोध सिंह पर पिछले छह महीने के अंदर कई लोगों की हत्या कराने का आरोप लग चुका है। चाहे हाजीपुर जेल में अपने ही गुर्गे की हत्या कराने का मामला हो या फिर हावड़ा में दो भाजपा नेताओं की हत्या का, सुबोध का नाम ही सामने आया था।

मोकामा में उपासना एक्सप्रेस पर फायरिग व गार्ड को गोली मारकर जख्मी करने के मामले में एक बार फिर बेउर जेल में बंद सुबोध सिंह का नाम सामने आया है। कैदी कुणाल शर्मा ने बयान दिया है कि एक सप्ताह पूर्व ही सुबोध सिंह ने उससे रंगदारी मांगी थी। उसने इन्कार किया तो मारपीट की गई। जब उसे पेशी के लिए सियालदह ले जाया जा रहा था जेल से निकलते वक्त रास्ते में ही हत्या कराने की धमकी दी गई थी।

पश्चिम बंगाल में सोना लूटकांड में आरोपित सुबोध सिंह पिछले तीन साल से जेल में बंद है। पिछले दिनों जेल में बंद विवेका पहलवान के भाई पर जेल में ही जानलेवा हमले में भी सुबोध का नाम आया था। इस मामले में आइजी मिथिलेश मिश्रा के निर्देश पर उसे सेल में डाल दिया गया था। दो दिन बाद ही उसे सेल से वापस वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इसके पहले भी उसके खिलाफ हाजीपुर की जेल में अपने साथी की जेल से ही हत्या कराने और हावड़ा के दो भाजपा नेताओं की हत्या का आरोप लग चुका है। गोलीबारी मामले में पुलिस ने स्थानीय लोगों से की पूछताछ

मोकामा। उपासना एक्सप्रेस में फायरिग मामले की जांच करने शुक्रवार को ग्रामीण एसपी कांतेश कुमार मिश्रा मोकामा स्टेशन पहुंचे। उन्होंने कहा, लोकल पुलिस व रेल पुलिस संयुक्त रूप से छानबीन कर रही है। शीघ्र बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। टीम गठित कर दी गई है। स्टेशन सर्कुलेटिग एरिया में संचालित फुटपाथी दुकानदारों और निवासियों से भी पूछताछ की गई। जांच में पता चला है कि फायरिग करने के बाद स्टेशन के निकट वार्ड-6 के फारसी मोहल्ले की गलियों से बदमाश भागे थे। इससे स्पष्ट है कि बदमाशों का सरगना या लाइनर स्थानीय व्यक्ति था। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी कुणाल शर्मा राजस्थान के दौसा रायपुर के पूर्व विधायक संजीव शर्मा का पुत्र बताया गया है। वहीं, मां के वर्तमान विधायक होने की बात पुलिस ने कही है। पुलिस की एक टीम इसकी पुष्टि के लिए राजस्थान भी जा सकती है।

ट्रेन में गश्ती दल के सवाल पर मोकामा रेल थानाध्यक्ष सुशील कुमार सिंह ने कहा, गश्ती दल की ड्यूटी मोकामा तक ही थी। वहीं, साइबर अपराधी को पश्चिम बंगाल ले जा रही पुलिस टीम द्वारा हमलावरों पर जवाबी कार्रवाई नहीं करने के सवाल पर कहा कि ट्रेन की गति अधिक होने और अंधेरे का फायदा उठा बदमाश फरार हो गए। पूर्वी भाग के डीएसपी राकेश कुमार ने बताया, जांच में पता चला है कि बदमाश मोकामा स्टेशन के डाउन होम सिग्नल के निकट घात लगाए बैठे थे। ट्रेन की गति कम होने पर फायरिग की ।

क्या था मामला : ट्रेन के मोकामा स्टेशन से खुलने के बाद गुरुवार की शाम में करीब चार बदमाशों ने इंजन के निकट रही दिव्यांग बोगी पर ताबड़तोड़ फायरिग कर दी थी। बदमाश साइबर अपराधी कुणाल की हत्या करना चाहते थे। फायरिग में रेल के गुड्स गार्ड नवल किशोर शर्मा जख्मी हो गए थे।


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