मंत्री के घर का घेराव कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों पर लाठीचार्ज
मंत्री के घर का घेराव कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों पर लाठीचार्ज
पटना। मानदेय बढ़ाने समेत तीन सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के घर के सामने धरना दिया। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की और हंगामा किया। वे मंत्री से मिलकर ज्ञापन सौंपने की मांग कर रहे थे। इसकी सूचना मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री ने एक एएनएम समेत दो सदस्यों को वार्ता के लिए सचिवालय स्थित अपने चैंबर में बुलाया। हालांकि, इसी बीच एयरपोर्ट थाने से रैपिड एक्शन फोर्स के जवान पहुंच गए और धरना दे रहे फार्मासिस्टों और एएनएम पर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें दो फार्मासिस्ट और एक एएनएम चोटिल हो गए और चार लोगों को पुलिस थाने ले गई। बाद में इसकी सूचना मिलने पर स्वास्थ्य मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से इस बारे में अनभिज्ञता जताते हुए खेद जताया और मानदेय संबंधी विसंगित दूर करने के लिए 15 दिन का समय मांगा। वहीं अन्य मांगों पर चर्चा के लिए शुक्रवार को दो बजे उन्हें फिर बुलाया गया है। यह जानकारी संघ पदाधिकारी फार्मासिस्ट राजीव सिन्हा ने दी। बताते चलें कि एसोसिएशन विगत 56 दिन से हड़ताल पर है। राजीव सिन्हा ने बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन और राज्य सरकार के संविदा फार्मासिस्ट व एएनएम के वेतनमान में भारी विसंगति है। हाल ही में सरकार ने एनएचएम में संविदा पर काम कर रहे आयुष चिकित्सकों के वेतनमान को 44 हजार करने का आश्वासन दिया है। ऐसे में सिर्फ फार्मासिस्ट और एएनएम के साथ यह विसंगति उचित नहीं है। उन्होंने बताया कि 56 दिन से हड़ताल के दौरान कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज करा वेतन दिलाने के विषय पर शुक्रवार को वार्ता होगी। कर्मचारियों का कहना है कि वे कोरोना काल में लगातार अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के समान ही काम कर रहे हैं। ऐसे में कम से कम राज्य सरकार के संविदाकर्मियों के बराबर पर तो उन्हें वेतन मिलना ही चाहिए।