लालू की पुकार से पहले नरेंद्र मोदी करेंगे बिहारियों का दिल जीतने का प्रयास
लालू यादव की रैली से ठीक पहले पीएम नरेंद्र मोदी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने बिहार आ रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि वे इस दौरान बिहार के लिए बड़ी घोषणायें कर सकते हैं।
पटना [एसए शाद]। एनडीए में नीतीश कुमार की वापसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला बिहार दौरा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की 27 अगस्त को आयोजित रैली से ठीक एक दिन पहले निर्धारित है। उनके दौरे की टाइमिंग ने राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज कर दी हैं। यह माना जा रहा है कि भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की लालू प्रसाद की पुकार से पहले ही वह बिहारवासियों का दिल जीतने का प्रयास करेंगे। कुछ घोषणाएं करेंगे।
2008 में आई भयानक बाढ़ के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने बिहार का हवाई सर्वेक्षण किया था। एक हजार करोड़ रुपये की विशेष सहायता की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे नाकाफी करार देते हुए कड़ा एतराज जताया था। अभी की राजनीतिक परिस्थिति बदली हुई है। केंद्र और राज्य, दोनों में ही एनडीए की सरकार है।
जाहिर है अपेक्षा हाथ खोलकर मदद करने तक सीमित नहीं रहेगी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चाहेंगे कि अपने इस दौरे में बिहारवासियों का दिल भी जीता जाए। विशेष दर्जा, विशेष सहायता, विशेष पैकेज जैसी बिहार की पुरानी मांगें उनके नजर के सामने होंगी।
बाढ़ की भयावहता को कम करने के लिए बिहार लगातार नेपाल से दो टूक बात करने की भी केंद्र सरकार से मांग करता रहा है। प्रधानमंत्री को इन मांगों के साथ-साथ अपने 1.25 लाख करोड़ के विशेष पैकेज का भी ध्यान अवश्य रहेगा।
पर्यवेक्षकों का मानना है कि उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत के बाद भाजपा ने जदयू के साथ मिलकर बिहार में सरकार तो बनाई है, मगर पार्टी इस बात का भी ख्याल रखेगी कि भाजपा के खिलाफ कोई माहौल नहीं बन पाए। लालू प्रसाद की 'देश बचाओ, भाजपा भगाओ' रैली विपक्षी एकता का भी प्रयास है।
यह भी पढ़ें: कार्रवाई का इंतजार करेंगे शरद या रैली से पहले देंगे इस्तीफा, जानिए
अपने बिहार दौरे में प्रधानमंत्री की यह भी कोशिश होगी कि लालू प्रसाद के भाजपा पर चलाए जाने वाले तीरों को भी कुंद किया जाए। उनका प्रयास होगा कि लालू प्रसाद के कुछ कहने से पहले ही बिहार की जनता को यह संदेश दे दिया जाए कि भाजपा ही प्रदेश के विकास के लिए 'राइट च्वाइस' है।
यह भी पढ़ें: बिहार बोर्ड में होगी कर्मचारियों की बहाली, ऐसे करें आवेदन
यह संदेश वह रैली में अन्य राज्यों से आने वाले नेताओं को भी देना चाहेंगे। उनके बिहार दौरे को लेकर जारी अटकलों में यह भी शामिल है कि वह अपने मास्टर स्ट्रोक से एक बार फिर सब को चौंकाएंगे।
यह भी पढ़ें: रविवार को जदयू से बाहर किये जा सकते हैं शरद, जानिए पूरा मामला