बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा मार्च में, तीन चरण में होगी काउंसलिंग
सूबे के सरकारी, अनुदानित तथा निजी बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश प्रवेश परीक्षा मार्च में होगी।
पटना : सूबे के सरकारी, अनुदानित तथा निजी बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी) मार्च प्रथम पखवारे में आयोजित की जाएगी। सुप्रीम कोट से शिड्यूल को स्वीकृति मिलने के बाद तिथि सहित अन्य जानकारियों को सार्वजनिक किया जाएगा। सीईटी-2018 से सीख लेते हुए इस बार काउंसलिंग तीन चरणों में आयोजित की जाएगी। सीईटी आयोजित करने की जिम्मेवारी इस बार भी नालंदा खुला विश्वविद्यालय (एनओयू) को कुलाधिपति ने सौंपा है। परीक्षा का सिलेबस व पैटर्न कमोबेश पिछले साल जैसा ही होगा। जनवरी दूसरे या तीसरे सप्ताह में नालंदा खुला विश्वविद्यालय की वेबसाइट (www.ठ्ठड्डद्यड्डठ्ठस्त्रड्डश्रश्चद्गठ्ठह्वठ्ठद्ब1द्गह्मह्यद्बह्ल4.ष्श्रद्व) पर अभ्यर्थियों को पूर्ण विवरण उपलब्ध कराया जाएगा। परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों से आवेदन जनवरी दूसरे पखवारे में लिए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव को लेकर पहले परीक्षा :
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट ने शिड्यूल निर्धारित किया है। उससे इतर शिड्यूल जारी करने के लिए अनुमति अनिवार्य है। अप्रैल में लोकसभा के संभावित चुनाव को देखते हुए मार्च में प्रवेश परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। रिजल्ट मार्च चौथे सप्ताह में जारी कर दिया जाएगा। काउंसलिंग की प्रकिया तीन चरण में एक माह तक चलेगी।
सीईटी के दायरे में होगा अल्पसंख्यक कॉलेज :
पिछले साल कई अल्पसंख्यक कॉलेजों ने सीईटी की मेधा सूची का पालन नहीं किया था। इस बार पिछले साल जैसी नौबत नहीं आए इसके लिए सभी पहलुओं को पहले ही स्पष्ट कर लिया गया है। सभी अल्पसंख्यक बीएड कॉलेजों को भी सीईटी की मेधा सूची के अनुसार ही नामांकन लेना होगा।
गैर अनुदानित कॉलेजों में आरक्षण नहीं :
पिछले साल सरकारी व अनुदानित के साथ-साथ निजी बीएड कॉलेजों में भी कोटिवार आरक्षण का पालन किया गया था। इस बार गैर अनुदानित निजी कॉलेजों में आरक्षण अधिनियम के प्रावधान के अनुसार कोटिवार आरक्षण नहीं मिलेगा। निजी कॉलेजों में नामांकन के लिए मेधा सूची में कोटिवार आरक्षण का पालन नहीं किया जाएगा।
स्नातक उत्तीर्ण ही कर सकेंगे आवेदन :
अभ्यर्थियों को आवेदन के दौरान स्नातक में प्राप्त अंक भी दर्ज करना होगा। सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों को स्नातक में 55 फीसद अंक अनिवार्य है। मगध विश्वविद्यालय द्वारा जनवरी में पार्ट थ्री का रिजल्ट जारी कर देने पर लगभग दो लाख छात्र परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। पिछले साल सीईटी के लिए 90,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
33 हजार से अधिक सीटों पर होगा नामांकन :
एनसीटीई से मान्यता तथा विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त बीएड कॉलेजों में ही नामांकन संभव होगा। एनसीईटी ने सूबे में लगभग 330 कॉलेजों को बीएड कोर्स के लिए मान्यता प्रदान किया है। इसमें 33,000 से अधिक विद्यार्थियों का नामांकन होगा। एनसीईटी के अनुसार वर्ष 2019 के लिए नए सिरे से किसी कॉलेज को मान्यता प्रदान नहीं की जाएगी।