राजधानी पटना में दिनदहाड़े बैंक लूट, हथियारबंद अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
हथियारबंद अपराधियों ने दिनदहाड़े बिहार की राजधानी पटना के बैंक में लूट की घटना को अंजाम दिया है। करीब तीन लाख 30 हजार रुपये लूट लिये।
By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 28 Jun 2018 04:51 PM (IST)Updated: Fri, 29 Jun 2018 11:44 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। बिहार की राजधानी पटना में दुस्साहस का परिचय देते हुए हथियारबंद अपराधियों ने दिनदहाड़े रूपसपुर थानांतर्गत रंजन पथ स्थित विजया बैंक की राजाबाजार शाखा में डकैती की सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया। करीब 15 मिनट तक बदमाश बैंक में रहे। कर्मियों एवं ग्राहक को बंधक बनाकर साढ़े तीन लाख नकद, मोबाइल, सोने की चेन, लॉकेट आदि लूट लिए।
डकैतों ने सीसी कैमरे के डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) और कंप्यूटर को क्षतिग्रस्त कर हार्ड-डिस्क ले जाने की भी कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके। इधर, घटना की सूचना पाकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी रवींद्र कुमार के साथ कई थानों की पुलिस पहुंची और छानबीन की। एसएसपी ने डकैतों को जल्द दबोचने का दावा किया है। सीसी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। हालांकि रात तक अपराधियों के बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिली।
बैंककर्मी कुमारी आंचल के अनुसार, अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे चार ग्राहक बैंक में थे। उसी समय पांच लोग आए और अलग-अलग काउंटर पर खड़े हो गए। पहले उन्होंने रूमाल और गमछे से चेहरों को ढकने का प्रयास किया और फिर हथियार निकाल लिए। हथियार दिखाकर उन्होंने ग्राहकों को काउंटर के पीछे खड़ा कर दिया। इस क्रम में जिसने भी बोलने का प्रयास किया लुटेरों ने पिस्तौल की बट से उसके पेट पर वार करते हुए गोली मारने की धमकी दी।
प्रबंधक मनीष कुमार के अनुसार, बदमाशों ने उनके साथ सभी कर्मचारियों और ग्राहकों को बंधक बना लिया था। इसके बाद वे कैशियर संजय कुमार के कमरे में गए। वहां काउंटर से 2,89,600 रुपये निकाल लिए। इसके बाद सेफ में रखे 40 हजार रुपये भी लूट लिए।
बदमाशों ने प्रबंधक, कर्मचारी एकता सिंह और आजाद के मोबाइल व कर्मचारी विकास से मोबाइल, सोने की चेन और लॉकेट भी लूट लिया। भागने के पहले अपराधियों ने सभी बैंककर्मियों और ग्राहकों को मुर्गा बनने को कहा। सबके मुर्गा बनने के बाद अपराधी भाग निकले। इसके बाद प्रबंधक ने एक ग्राहक का फोन लेकर भवन के मालिक को वारदात की जानकारी दी।
प्रेम सहनी गिरोह पर घूम रही शक की सुई
सूत्रों की मानें तो बैंक डकैती और वैशाली कनेक्शन आने के बाद पुलिस का शक प्रेम सहनी गिरोह पर गहरा रहा है। प्रेमी सहनी बैंक लूट और डकैती की घटनाओं में माहिर है। पिछली बार पटना पुलिस ने उसे मई, 2014 में फतुहा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था और बताया था कि सहनी गुर्गों के साथ फतुहा स्थित इलाहाबाद बैंक लूटने जा रहा था। उसके साथ बिहार पुलिस के दारोगा सुग्रीव सिंह का बेटा अविनाश भी पकड़ा गया था। सभी वारदात को अंजाम देने के लिए हाजीपुर से पटना आए थे।
सहनी ने कोलकाता, ओडिशा और झारखंड में भी बैंक लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था। गिरोह ने राजधानी में पहली बार 2005 में अगमकुआं थाना क्षेत्र में पंजाब नेशनल बैंक के बाहर 50 लाख की लूट की थी। यह उस वक्त की सबसे बड़ी लूट की घटना थी।
डकैतों ने सीसी कैमरे के डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) और कंप्यूटर को क्षतिग्रस्त कर हार्ड-डिस्क ले जाने की भी कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके। इधर, घटना की सूचना पाकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी रवींद्र कुमार के साथ कई थानों की पुलिस पहुंची और छानबीन की। एसएसपी ने डकैतों को जल्द दबोचने का दावा किया है। सीसी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। हालांकि रात तक अपराधियों के बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिली।
बैंककर्मी कुमारी आंचल के अनुसार, अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे चार ग्राहक बैंक में थे। उसी समय पांच लोग आए और अलग-अलग काउंटर पर खड़े हो गए। पहले उन्होंने रूमाल और गमछे से चेहरों को ढकने का प्रयास किया और फिर हथियार निकाल लिए। हथियार दिखाकर उन्होंने ग्राहकों को काउंटर के पीछे खड़ा कर दिया। इस क्रम में जिसने भी बोलने का प्रयास किया लुटेरों ने पिस्तौल की बट से उसके पेट पर वार करते हुए गोली मारने की धमकी दी।
प्रबंधक मनीष कुमार के अनुसार, बदमाशों ने उनके साथ सभी कर्मचारियों और ग्राहकों को बंधक बना लिया था। इसके बाद वे कैशियर संजय कुमार के कमरे में गए। वहां काउंटर से 2,89,600 रुपये निकाल लिए। इसके बाद सेफ में रखे 40 हजार रुपये भी लूट लिए।
बदमाशों ने प्रबंधक, कर्मचारी एकता सिंह और आजाद के मोबाइल व कर्मचारी विकास से मोबाइल, सोने की चेन और लॉकेट भी लूट लिया। भागने के पहले अपराधियों ने सभी बैंककर्मियों और ग्राहकों को मुर्गा बनने को कहा। सबके मुर्गा बनने के बाद अपराधी भाग निकले। इसके बाद प्रबंधक ने एक ग्राहक का फोन लेकर भवन के मालिक को वारदात की जानकारी दी।
प्रेम सहनी गिरोह पर घूम रही शक की सुई
सूत्रों की मानें तो बैंक डकैती और वैशाली कनेक्शन आने के बाद पुलिस का शक प्रेम सहनी गिरोह पर गहरा रहा है। प्रेमी सहनी बैंक लूट और डकैती की घटनाओं में माहिर है। पिछली बार पटना पुलिस ने उसे मई, 2014 में फतुहा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था और बताया था कि सहनी गुर्गों के साथ फतुहा स्थित इलाहाबाद बैंक लूटने जा रहा था। उसके साथ बिहार पुलिस के दारोगा सुग्रीव सिंह का बेटा अविनाश भी पकड़ा गया था। सभी वारदात को अंजाम देने के लिए हाजीपुर से पटना आए थे।
सहनी ने कोलकाता, ओडिशा और झारखंड में भी बैंक लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था। गिरोह ने राजधानी में पहली बार 2005 में अगमकुआं थाना क्षेत्र में पंजाब नेशनल बैंक के बाहर 50 लाख की लूट की थी। यह उस वक्त की सबसे बड़ी लूट की घटना थी।
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