Move to Jagran APP

पटना के एटीएमः शीशे के गेट में ग्राहकों की गाढ़ी कमाई, कैमरे बंद, गार्ड नदारद

पटना के एटीएम की सुरक्षा भगवान भरोसे है। यहां सीसी कैमरे तो बंद ही हैं गार्ड भी दिखाई नहीं देते।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 03:10 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 03:10 PM (IST)
पटना के एटीएमः शीशे के गेट में ग्राहकों की गाढ़ी कमाई, कैमरे बंद, गार्ड नदारद
पटना के एटीएमः शीशे के गेट में ग्राहकों की गाढ़ी कमाई, कैमरे बंद, गार्ड नदारद

पटना, जेएनएन। दिन में लूट और रात में एटीएम काटने की घटना के बाद भी शहर में लोगों की गाढ़ी कमाई असुरक्षित है। एक दिन पहले ही चार एटीएम काटकर 35 लाख उड़ाने के बाद भी शहर के अधिकांश एटीएम सुरक्षित नहीं हो सके हैं। जागरण टीम ने गुरुवार की देर रात पाटलिपुत्र, राजीव नगर, दीघा, एसकेपुरी थाना क्षेत्र में डेढ़ दर्जन से अधिक एटीएम का हाल जाना। सिर्फ दो को छोड़ करोड़ों की नकदी का कोई रखवाला नहीं मिला।

loksabha election banner

न कैमरा न ही सुरक्षा गार्ड

(पानी टंकीसमय:11:10 बजे)पानी टंकी के पास स्थित इंडियन बैंक का एटीएम है। एटीएम के बाहर सीसीटीवी कैमरा न ही सुरक्षा गार्ड मौजूद है। थोड़ी दूर आगे बढ़ने पर एन कॉलेज के पास एसबीआई और पीएनबी का तीन एटीएम है। हालांकि चोरी घटना के बाद तीनों एटीएम का शटर गिरा हुआ था।

बैंक है एजेंसी के भरोसे, इंश्योरेंस करता है भरपाई

राजधानी में करीब 1200 एटीएम हैं। इन एटीएम में करोड़ों रुपए हर दिन लोड किए जाते हैं, लेकिन, सुरक्षा के नाम पर बीस फीसद एटीएम पर ही गार्ड है। जानकारी के मुताबिक एसआइबी की अस्सी फीसद एटीएम एजेंसी के भरोसे है, जबकि बीस फीसद एसबीआइ के कर्मी खुद कैश लोड करते हैं। इन बीस फीसद एटीएम में सुरक्षा गार्ड तैनात है। ऐसे में यहां चोरी की संभावना कम होती है। पिछले 11 माह में 15 एटीएम चोरी मामले में नब्बे फीसद वहीं एटीएम हैं, जिनकी सुरक्षा से लेकर कैश लोड करने की जिम्मेदारी एजेंसी की है। ऐसे में अगर एटीएम से कैश गायब भी हो जाए तो इसकी भरपाई एजेंसी को ही बैंक में करनी पड़ती है। सूत्रों की मानें तो एटीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी एजेंसी की है, लेकिन उन्होंने एटीएम का इंश्योरेंस करा रखा है। इंश्योरेंस की वजह से वह एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं किए और इस राशि की बचत करते हैं।

गार्ड केवल नियुक्ती के लिए

(स्थान: कुर्जी मोड़ समय: 10:40 बजे) इंडसइंड बैंक के एटीएम में एक युवक कैश निकाल रहा था। एटीएम के मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरा लगा था। यहां भी सुरक्षा के नाम पर एक गार्ड तक नहीं मौजूद मिला। आसपास एचडीएफसी बैंक का भी एटीएम था। चार एटीएम होने के बावजूद पुलिस की पेट्रेलिंग टीम भी नहीं दिखी।

कई महीने से सुरक्षा गार्ड नहीं

(स्थान: अल्पना मार्केट समय: 11 बजे) अल्पना मार्केट के सामने आइसीआइसी बैंक का एटीएम है। अक्सर इसमें रात 11 बजे के बाद एटीएम में बहुत कम ही लोग पैसे निकालने पहुंचते है। सामने एक दुकानदार है। कई महीने से यहां सुरक्षा गार्ड नहीं। इसके पीछे यूको बैंक के एटीएम में भी गार्ड नहीं देखने को मिला।

एक्सपर्ट है चोरों का गैंग, शटर बंद कर काट रहे एटीएम

राजधानी में एक साल में जितने भी एटीएम काटकर कैश चोरी हुए है, सभी एक ही तरह से काटे गए हैं। एटीएम को गैसकटर से कैसे और किस दिशा से काटने पर कैश सुरक्षा हाथ आए इसकी जानकारी जिस एक्सपर्ट को होती है। ऐसे में पुलिस यह मानकर जांच कर रही है कि चोरों के गैंग में एटीएम के जानकार भी शामिल हैं। चोरों का गैंग इतना शातिर है कि चोरी करने से पहले शटर गिराता है। शटर के सामने अपनी गाड़ी खड़ी देता है। गाड़ी में गैस सिलेंडर लोड रहता है और गैस पाइप को एटीएम के अंदर प्रवेश कराकर एटीएम काट रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.