बाहुबली विधायक अनंत सिंह 48 घंटे की पुलिस रिमांड पर, कहा- शूटरों को नहीं जानते हैं
बाहुबली विधायक अनंत सिंह की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। ऑडियो वायरल मामले में पुलिस ने अनंत सिंह को 48 घंटे की रिमांड पर लिया है। एके 47 मामले में पहले भी पूछताछ हुई थी।
पटना, जेएनएन। बाहुबली विधायक अनंत सिंह की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। ऑडियो वायरल मामले में शुक्रवार को पुलिस ने अनंत सिंह को 48 घंटे की रिमांड पर लिया है। उनसे पटना के गर्दनीबाग थाना कैंपस में स्थित महिला थाने में पुलिस पूछताछ कर रही है। बता दें कि पिछले दिनों हत्या की साजिश को लेकर एक ऑडियो वायरल हुआ था। इसे लेकर पुलिस ने पंडारक थाने में कांड संख्या 75/19 में दर्ज कराई थी। इसी मामले में अनंत सिंह को कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रिमांड पर लिया है। गौरतलब है कि एके-47 राइफल व हैंड ग्रेनेड की बरामदगी के मामले में पहले भी अनंत सिंह से पूछताछ हुई थी। उस समय पटना के महिला थाने में पूछताछ की गई थी। पूछताछ के दौरान अनंत सिंह के मांगने पर पुलिस ने उसे चाय दी। चाय पीने के बाद फिर पूछताछ का दौर शुरू हुआ। हालांकि शुक्रवार को देर रात तक हुई पूछताछ में कोई खास बात निकलकर सामने नहीं आई है। सूत्रों की मानें तो सभी सवालों का जवाब अनंत सिंह ने 'नहीं' बोलकर दिया है।
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वायरल ऑडियो मामले में पूछताछ के लिए रिमांड पर लिए गए मोकामा विधायक अनंत सिंह को पंडारक थाने की पुलिस शुक्रवार को केंद्रीय कारा बेउर से गर्दनीबाग थाना कैंपस में स्थित महिला थाने लाई। पुलिस ने उनसे भोला और मुकेश की हत्या की साजिश के संबंध में पूछताछ की।
पुलिस ने उनसे भोला और मुकेश की हत्या की साजिश के संबंध में पूछताछ की। उनसे पूछा गया कि वारदात को अंजाम देने के लिए एके 47 कहां से लाई गई थी, पंडारक में दबोचे गए तीनों शूटरों से उनके क्या संबंध हैं, वे उन्हें कितने दिनों से जानते हैं, उनके फ्लैट में किसका आना जाना लगा रहता था। यह भी पूछा गया कि इस षडयंत्र में कितने लोग शामिल थे, भोला की हत्या क्यों कराना चाहते थे। अनंत सिंह ने पुलिस के अधिकांश सवालों का जबाव 'नहीं' में दिया। सूत्रों की मानें तो शूटरों के साथ संबंध पर उन्होंने कहा कि वह उन्हें नहीं जानते। एके 47 राइफल की बरामदगी पर कहा कि उनके पास न तो कोई 47 है और न ही एके 56 राइफल। उन्हें फंसा दिया गया है। ज्ञात हो कि वायरल ऑडियो में उनकी आवाज होने की पुष्टि हुई है।
गौरतलब है कि इसके पूर्व भी अनंत सिंह को उनके पैतृक घर से एके 47 और ग्रेनेड की बरामदगी मामले में दो दिनों की रिमांड पर लेकर महिला थाने में ही पूछताछ हुई थी। 14 जुलाई को बाढ़ अनुमंडल के पंडारक थाना क्षेत्र से तीन बदमाशों को पुलिस ने हथियार के साथ धर दबोचा था। इनमें पटना के बुद्धा कॉलोनी थानांतर्गत चकारम निवासी गोलू कुमार, दुजरा निवासी मो. छोटू और मैनपुरा निवासी छोटू उर्फ राजवीर शामिल था। पुलिस को इनके पास से लोडेड पिस्तौल मिली थी।
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में इन्होंने बताया था कि मोकामा विधायक अनंत सिंह के इशारे पर भोला सिंह और उसके भाई मुकेश की हत्या करने की साजिश रची गई थी। वारदात को अंजाम देने के लिए जहानाबाद निवासी विकास सिंह ने इन्हें यहां भेजा था। अनंत सिंह के करीबी विकास सिंह और लल्लू मुखिया लगातार इनसे संपर्क कर रहे थे। लल्लू मुखिया और उसके भाई रणवीर यादव, पंडारक निवासी उदय यादव पर हत्या करने के बाद शूटरों को फरार करने में मदद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पुलिस ने उनके पास आधा दर्जन मोबाइल बरामद किए थे। इसमें ऑडियो क्लिप के अलावा कई और सुराग हाथ लगे थे। इसके बाद पुलिस ने पंडारक थाने में अनंत सिंह, लल्लू मुखिया और उसके भाई रणवीर यादव, विकास सिंह, उदय यादव सहित अन्य के खिलाफ कांड संख्या -75/19 दर्ज किया था।
पुलिस ने उक्त ऑडियो क्लिप की फोरेंसिक जांच के लिए इसे एफएसएल को सौंपा था। फिर कोर्ट के आदेश पर अनंत सिंह का वॉयस टेस्ट फोरेंसिक लैब में एक अगस्त को हुआ था। पांच सितंबर को सीलबंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट पुलिस ने अदालत को सौंपी थी। इसमें अनंत सिंह के आवाज होने की पुष्टि हुई थी।