मानसून की बेहतर बारिश की फिलहाल उम्मीद नहीं
आषाढ़ का एक-एक दिन किसानों के लिए एक-एक वर्ष जैसा बीत रहा है।
पटना : आषाढ़ का एक-एक दिन किसानों के लिए एक-एक वर्ष जैसा बीत रहा है। सूबे पर मानसून आखिर कब मेहरबान होगा, कहना मुश्किल है। मौसम वैज्ञानिक भी हैरान हैं कि एक झलक दिखा कर मानसून कहां गायब हो गया।
फिलहाल राज्य के किसानों की रात की नींद हराम हो गई है। वे रातभर आकाश को निहार रहे हैं, लेकिन कहीं भी काले बादल नजर नहीं आ रहे हैं। तीखी धूप व उमस से राजधानीवासी भी काफी परेशान हैं। राजधानी में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.7 एवं न्यूनतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शहर की हवा में 74 फीसदी नमी दर्ज की गई।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह की स्थिति अभी आगे भी बनी रहेगी। उसके बाद ही मौसम में बदलाव की उम्मीद बन सकती है। वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में उड़ीसा तट के करीब कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे आसपास के इलाकों में बारिश हो सकती है। लेकिन, फिलहाल बिहार में मानसून की अच्छी बारिश की कोई उम्मीद नहीं दिखाई पड़ रही है। दूसरी ओर किसान मानसून की बेरुखी से परेशान होकर टकटकी लगाकर आसमान की ओर ताक रहे हैं। मौसम की इस बेरुखी से धान की पैदावार पर बुरा असर पडने की आशंका और गहरा गई है। इसे लेकर सरकार भी चिंतित है, नहरों में पानी सुनिश्चित करने के साथ ही डीजल अनुदान आदि की भी योजना बनाई जा रही है। शहरों में रहने वाले भी बारिश नहीं होने के कारण उमस भरी गर्मी से परेशान हैं। कुल मिलाकर इस समय हर शख्स बारिश के लिए प्रार्थना कर रहा है।