बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष नहीं बनेंगी राबड़ी, RJD का दावा खारिज
राजद बिहार विधान परिषद में राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहता है। इसके लिए पार्टी ने दावा किया। लेकिन, सदन में सीटें कम होने की वजह से इसे उपसभापति ने खारिज कर दिया।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार में महागठबंधन की सरकार गिरने के बाद राजद ने विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष के पद पर दावा ठोका था, जिसे परिषद के उपसभापति ने शुक्रवार को खाबरिज कर दिया। राजद राबड़ी देवी को परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहता था, लेकिन उसके पास इसके लिए जरूरी आठ सीट नहीं हैं।
मोदी के उपमुख्यमंत्री बनने से खाली हुई सीट
बिहार में महागठबंधन की सरकार के समय विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष भाजपा के सुशील मोदी थे। लेकिन, अब वे एनडीए की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए हैं। इस कारण यह पद खाली हो गया है। दूसरी ओर महागठबंधन की सरकार में शामिल रहा राजद अब विपक्ष में है।
यह भी पढ़ें: लालू ने की भविष्यवाणी- देश में जल्द ही लगेगी इमरजेंसी
राजद ने राबड़ी के लिए जताई दावेदारी
राजद ने परिषद में नेता प्रतिपक्ष की खाली सीट पर अपनी दावेदारी जताई। राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे के मुताबिक राबड़ी देवी मौजूदा राजद विधानमंडल दल की नेता हैं। परिषद में भी विपक्ष के रूप में राजद की संख्या सबसे ज्यादा है। ऐसे में राबड़ी देवी को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहिए।
कम सदस्यों के कारण राजद की राह हुई मुश्किल
लेकिन, परिषद में राजद के सदस्यों की संख्या को देखते हुए उसकी दावेदारी खारिज कर दी गई। संवैधानिक नियमों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए सदन में उस पार्टी के कम से कम 10 फीसद सदस्य होने चाहिए। इस हिसाब से 75 सदस्यों वाली बिहार विधान परिषद में इस पद के लिए किसी भी दल को आठ सदस्यों की जरूरत है। राजद के पास अभी सिर्फ सात सदस्य ही हैं।
इसी फार्मूले के तहत लोकसभा में कांग्र्रेस को भी अभी तक नेता प्रतिपक्ष पद नहीं दिया जा सका है। 545 सदस्यों वाली लोकसभा में कांग्र्रेस के सिर्फ 44 सदस्य ही जीतकर आए हैं।
यह भी पढ़ें: शरद यादव ने कहा- जदयू ही है मेरी पार्टी, इससे अलग कैसे हो सकता हूं
उप सभापति ने खारिज किया दावा
विधान परिषद के उपसभापति हारुण रशीद ने गुरुवार को बताया था कि राबड़ी को नेता प्रतिपक्ष बनाने को ले राजद का पत्र उन्हें मिला। फिलहाल इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। समय आने पर नियमानुकूल विचार किया जाएगा। इसके बाद एपसभापति ने शुक्रवार को राजद की दावेदारी खारिज कर दी।