मुख्य सड़कों पर चलेंगे ऑटो और बस, आंतरिक में ई-रिक्शे
पटना की यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कई मुख्य सड़कों पर ई-रिक्शे के परिचालन पर रोक तय है।
पटना । राजधानी की यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कई मुख्य सड़कों पर ई-रिक्शा का परिचालन प्रतिबंधित होना लगभग तय हो चुका है। माहभर के भीतर यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। मुख्य सड़कों पर सिर्फ ऑटो ओर बसों का ही परिचालन होगा। ई-रिक्शा आंतरिक या पहुंच पथों पर ही चलेंगे।
एनआइटी के विशेषज्ञ प्रो. संजीव सिन्हा ई-रिक्शा के परिचालन पर विशेष अध्ययन कर अगस्त के अंत तक आयुक्त आनंद किशोर को अपनी रिपोर्ट सौंपने वाले हैं। प्रो. सिन्हा ई-रिक्शा को लेकर पहले से अध्ययन करते रहे हैं। मंगलवार को प्रमंडलीय कार्यालय में मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रो. सिन्हा को इस संबंध में रिपोर्ट सौंपने के लिए अधिकृत किया गया।
दैनिक जागरण से बातचीत में पूर्व के अध्ययन के आधार पर प्रो. सिन्हा ने बताया कि बेतहाशा बढ़ते ई-रिक्शे यातायात के लिए समस्या बन रहे हैं। पटना की सड़कों पर इस वक्त लगभग 6000 रजिस्टर्ड ई-रिक्शे चल रहे हैं। इसकी मूल वजह है कि शासन का इनपर सीधा नियंत्रण नहीं है। इसके लिए परमिट की आवश्यकता नहीं होती है। परमिट की जरूरत नहीं होने के कारण रूट डिफाइन नहीं हो पाता। गाइडलाइन में ई-रिक्शा का रूट निर्धारित करने का प्रावधान है। उसी प्रावधान के अनुसार रूट निर्धारित किया जा सकता है। ई-रिक्शा को जो प्रोत्साहन सरकार स्तर पर दिया जाता है, उसका आधार यातायात की सुविधा शहर के आसपास के इलाके तक पहुंचाना है। लेकिन इसके चालक मुख्य सड़कों पर ही सवारी चढ़ाते-उतारते हैं।
प्रो. सिन्हा ने बताया कि अभी ओरिजिन टू डेस्टिनेशन का अध्ययन किया जा रहा है। इसके साथ ही पीक और नॉन पीक ऑवर की भी स्टडी हो रही है। इसके आधार पर रूट निर्धारित करते हुए प्रस्ताव भेजा जाएगा। मुख्य सड़कों पर ऑटो और बस चलाने एवं इंटरनल पर ई-रिक्शा चलाने का प्रस्ताव दिया जा सकता है।