बुआ से भतीजे को हो गया प्यार, शादी करने की लोगों ने दी एेसी खौफनाक सजा
बुआ और भतीजे ने प्यार किया और शादी कर साथ जीवन बिताने का फैसला किया लेकिन यह बात लड़की के परिजनों को पसंद नहीं आई। उन्होंने लड़के को घर में घुसकर मार डाला।
पटना [जेएनएन]। बुआ और भतीजे को प्यार हो गया और दोनों ने शादी कर अपना जीवन बिताने का फैसला किया, लेकिन यह फैसला लोगों को मंजूर नहीं था। उन्होंने दोनों को प्यार करने वालों को मौत की एेसी सजा कि सुनकर लोगों की रूह कांप गई।
बताया जा रहा है कि भतीजा हिमांशु यादव रिश्ते में अपनी बुआ सोनी को ट्यूशन पढ़ाने उसके घर जाता था। इसी दौरान दोनों के बीच प्यार हुआ और फिर दोनों ने भागकर शादी कर ली। इस शादी से नाराज लड़की के घरवालों ने हिमांशु के घर पहुंच छह गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी।
दोनों के प्रेम विवाह के विवाद को सुलझाने के लिए सोमवार शाम को लड़की वालों की ओर से पंचायत रखी गई थी। लड़की के परिजन बिग्गो और भग्गो ने गांव के हर घर में जाकर गांव के लोगों को पंचायत में आने को कहा था।
जब पंचायत शुरू हुई तो पंचों ने सोनी के परिवार से कहा कि हिमांशु ने अपनी बुआ से शादी कर गलत किया है। एेसे में हिमांशु को मारकर उसकी लाश लाने के बाद ही सही न्याय होगा। तब किसी के घर की बहू-बेटी पर कोई बुरी नजर नहीं रखेगा।
पंचों के ऐसा कहने के बाद लड़की के परिजन भड़क गए और लाठी-डंडा, रॉड, खंती लेकर हिमांशु के घर पर हमला कर दिया। पूरे घर में तोड़-फोड़ की और भीड़ के सामने ही हिमांशु का पहले हाथ-पैर तोड़ डाला फिर उसके शरीर में छह की छह गोलियां उतार दी।
हिमांशु की मां जेलस देवी ने बताया कि शाम करीब छह बजे वो आंगन में थी। बहू सोनी और हिमांशु खाना बना रहे थे। तभी अचानक कुछ महिलाएं घर में घुस गईं। इसमें एक महिला सोनी की मां आशा देवी थी, जबकि बाकी तीन-चार महिलाएं गांव की थीं। सभी महिलाओं ने मिलकर सोनी को खींचना शुरू कर दिया।
हिमांशु ने विरोध किया और सभी महिलाओं को घर से बाहर निकाल दिया और घर का दरवाजा बंद कर दिया। थोड़ी देर बाद सोनी के पिता के साथ 15-20 लोग लोहे की रॉड दरवाजे पर मारने लगे। गोली भी चलाने लगे। सभी हिमांशु को बाहर निकालने को कह रहे थे।
हिमांशु को लगा कि अगर दरवाजा नहीं खोलेंगे तो सभी लोग अंदर घुस जाएंगे। हिमांशु ने उन्हें और सोनी को बचाने के लिए दरवाजा खोल दिया। तभी सोनी के घर वालों ने उसके सिर पर लोहे के रॉड से मारा। फिर रॉड को पीठ में घोंप दिया। जब जेलस देवी हिमांशु को बचाने गईं तो आरोपियों ने उन्हें भी जख्मी कर दिया।
उधर, हिमांशु जान बचाने के लिए घर से भागकर एक दुकान में घुस गया। फिर आरोपी वहां भी पहुंच गए और सभी ने मिलकर हिमांशु के दोनों हाथ-पैर तोड़ दिए और छह गोलियां उसके शरीर में उतार दी। उधर, आशा देवी और परमानंद यादव सोनी को घर से जबरन खींचकर ले गए। जख्मी हिमांशु ने फोन से भाई अविनाश को जानकारी दी। अविनाश पहुंचा तो उसे हॉस्पिटल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
जेलस देवी ने बताया कि अगस्त में सोनी और हिमांशु बाहर चले गए थे और गांव लौटे तो सोनी के परिवार वालों ने हम लोगों पर हमला कर दिया था। उस समय उन्होंने लड़की वालों को घर से भगा दिया था। हमलोग काफी डर गए थे, लेकिन हिमांशु नहीं डरता था।
ट्यूशन पढ़ाने के दौरान दोनों में प्यार हुआ था। हिमांशु की मां के मुताबिक, हिमांशु सोनी के घर जाकर उसे ट्यूशन पढ़ाता था। सोनी के पिता के कहने पर उसे एग्जाम दिलाने भी साथ लेकर जाता था। अगस्त 2016 में हिमांशु और सोनी बाहर चले गए थे।
लड़की लौटी तो कोर्ट में उसका बयान हुआ, जिसमें उसने कहा कि उसका कोई अपहरण नहीं हुआ था। इधर, अप्रैल 2017 में फिर हिमांशु उसे लेकर बाहर चला गया था। दोनों 15 दिन पहले लौटे तो हम लोगों की सहमति से सोनी मेरे घर पर बहू के रूप में रहने लगी।
हिमांशु के भाई अविनाश का कहना है कि सोनी के पिता परमानंद यादव ने उसके भाई की हत्या कराने के लिए तीन लाख रुपए में अपनी जमीन बेच दी। इससे जो पैसे आए, उसे कुछ गांव वालों को दे दिया, ताकि हत्या के समय उसका वे लोग साथ दे सकें।
गांव वालों ने बताया कि कुछ साल पहले हिमांशु की एक बहन बंटी ने भी गांव के एक लड़के से लव मैरिज की थी।
आरोपी परमानंद यादव की बुआ काबो देवी का कहना है कि हिमांशु ने तो पहले उनके घर से सोनी का किडनैप किया। फिर उससे जबरन शादी कर ली। उसे फंसाकर अपने काबू में कर लिया और घर में रखने लगा। हम लोगों को फंसाने के लिए हिमांशु ने खुद गोली मार ली और सोनी को भी गायब कर दिया।
अब तक सोनी का पता नहीं चल पाया है। हिमांशु की मां जेलस देवी के मुताबिक, सोनी को उसके माता-पिता, चाची और अन्य परिजन अपने साथ मारते-पीटते ले गए हैं। सोनी की वे लोग हत्या भी कर सकते हैं। पुलिस भी अब तक सोनी को नहीं खोज पाई है। उसके ऑनर किलिंग की भी आशंका जताई जा रही है। इस कारण पुलिस सारे रिश्तेदारों के यहां उसकी तलाश कर रही है।
जेलस देवी ने बताया कि उसका बेटा हिमांशु पड़ोस की सोनी से प्यार करता था। दोनों ने गोनूधाम में जाकर कुछ माह पहले शादी भी की थी। शादी के बाद सोनी प्रेग्नेंट थी, लेकिन सोनी के माता-पिता को तरस नहीं आई। वे प्रेग्नेंट बेटी को पीटते रहे और जबरन खींच कर मेरे घर से ले गए।