असदुद्दीन ओवैसी का लालू से सवाल, आडवाणी की गिरफ्तारी के एहसान में कबतक कुर्बानी देगा मुसलमान
सिवान में पुलिस ने महावीरी मेले के अखाड़ा जुलूस के दौरान पत्थरबाजी करने पर दो दर्जन लोगों को पकड़कर जेल भेजा था। आरोप है इसमें एक आठ साल का बच्चा भी शामिल है। इस मामले पर ओवैसी ने लालू पर कटाक्ष किया है।
जागरण टीम, पटना। बिहार के सिवान में आयोजित महावीरी मेले के अखाड़ा जुलूस के दौरान पत्थरबाजी में हुई कार्रवाई तूल पकड़ती जा रही है। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के बयान पर एफआइआर कर दोनों पक्षों से दो दर्जन लोगों को पकड़कर जेल भेजा था। आरोप है कि इसमें एक आठ साल का लड़का भी है। पुलिस का कहना है कि बच्चे को रिमांड होम भेजा गया है। बिहार के इस घटनाक्रम पर आल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के अध्यक्ष व सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार के साथ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को घेरा है। ओवैसी ने ट्वीट करके पूछा है कि लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करने के एहसान में मुसलमानों को कबतक कुर्बानी देनी होगी।
लालू के साथ तेजस्वी को भी घेरा
सिवान के मामले में असदुद्दीन ओवैसी लगातार बिहार सरकार पर हमला कर रहे हैं। पिछले चार दिनों में उन्होंने कई ट्वीट किए। मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार के राज में बच्चे भी महफूज नहीं हैं। रविवार को ओवैसी सीधे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को घेरा। ओवैसी ने कहा कि आठ साल के रिजवान और 70 साल के यासीन कैद है। लालू प्रसाद यादव ने 1990 में लालकृष्ण आडवाणी को 'गिरफ्तार' कर गेस्ट हाउस भेजा था। इस 'एहसान' को चुकाने में भला मुसलमानों को कितनी नस्लों की कुर्बानी देनी होगी? ओवैसी ने कहा कि लालू के लाल एहसान जताते-जताते मंत्री बन गए, लेकिन हमारे बच्चे और बुजुर्ग...?
जानें क्या है मामला
विदित हो कि बीते गुरुवार को बड़हरिया थाना क्षेत्र के बड़हरिया पुरानी बाजार में महावीरी मेले के अखाड़ा जुलूस के दौरान पत्थरबाजी हुई थी। इसमें पुलिस ने मजिस्ट्रेट के बयान पर एफआइआर कर दोनों पक्षों से दो दर्जन को पकड़कर जेल भेजा था। इसी में एक किशोर पर भी कार्रवाई की गई थी। औवैसी का कहना है कि किशोर आठ वर्षीय है और उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। मामले में एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद मजिस्ट्रेट के बयान पर प्राथमिकी हुई थी। इसमें वह 13 साल का बच्चा भी शामिल था, जिसे कोर्ट में पेश किया गया। उसे रिमांड होम भेज दिया गया।