तस्कर मंजर आलम ने उगले राज- कई शौकीन विधायकों-सांसदों को बेचे AK-47
एके-47 रायफल्स के मुख्य तस्कर मंजर आलम ने कई गहरे राज उगले हैं। उसने कई बाहुबलियों के नाम बताये हैं जिन्होंने उससे हथियार खरीदे। उसने कई विधायकों और सांसदों के नाम भी लिए हैं।
पटना [जेएनएन]। एके-47 राइफल की तस्करी के मुख्य सरगना मंजर आलम उर्फ मांजी मियां को पटना पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश करने के साथ छह घंटे की रिमांड पर ले लिया। छह घंटे के दरम्यान मंजर से 50 से अधिक सवाल पूछे गए। इस दौरान उसने एके 47 के शौकीन कई बाहुबलियों के नाम उगले हैं, जिन्होंने उससे ये हथियार खरीदे थे।
इनमें बिहार, झारखंड व उत्तरप्रदेश के विधायक और सांसद शामिल हैं। इस खुलासे ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। हालांकि, पुलिस अधिकारी नामों को सार्वजनिक करने से परहेज कर रहे हैं।
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि मंजर पर बुद्धा कॉलोनी में दर्ज आर्म्स एक्ट के मामले में उसे रिमांड पर लिया गया है। मुंगेर पुलिस भी रिमांड पर लेने के लिए प्रोडक्शन वारंट दे रही है। पटना पुलिस पूछताछ में मुंगेर पुलिस को सहयोग कर रही है, ताकि तस्करों के पूरे चैनल को ध्वस्त किया जा सके।
ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो (सीओडी) से एके-47 राइफल की तस्करी मामले में फरार चल रहे मुंगेर के बरहद निवासी मंजर आलम उर्फ मांजी मियां को मंगलवार की सुबह पटना की बुद्धा कॉलोनी थानान्तर्गत नागेश्वर कॉलोनी स्थित एक गेस्ट हाउस से पकड़ा था। वह यहां समीर नाम से रह रहा था। उसके पास से एक पिस्टल और आधा दर्जन गोलियां बरामद हुई थीं।
छानबीन के दौरान मालूम हुआ कि वर्ष 2014 में जक्कनपुर थाना पुलिस ने उसे एम्बेसडर कार में हथियारों की तस्करी करते पकड़ा था, लेकिन वह गिरफ्त से फरार हो गया था। उसका साथी निरंजन मिश्र गिरफ्तार कर लिया गया था।1 गौरतलब है कि मुंगेर पुलिस एके-47 राइफल की तस्करी मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। मंजर का रिश्तेदार मोनाजिर हजारीबाग से पकड़ा गया था।
इस मामले में ऑर्डिनेंस डिपो का कर्मी पुरुषोत्तम भी गिरफ्तार हुआ था। वहां की पुलिस ने 20 एके-47 राइफल और भारी मात्र में उसके पार्ट्स बरामद किए थे। इसके बाद मामले की जांच एनआइए को सौंप दी गई। एनआइए ने 26 तस्करों की सूची तैयारी की थी, जिसमें मंजर का नाम सबसे ऊपर था।