बिहार पुलिस में 'हथियार घोटाला' पिस्टल-कारतूस की एेसी चोरी, मचा हड़कंप
बिहार पुलिस में हथियार घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें पता चला है कि पुलिसवालों ने ही पिस्तौल से लेकर कारतूस तक गायब कर दिया था। घटना दरभंगा जिले की है।
पटना, जेएनएन। दरभंगा पुलिस लाइन के शस्त्रागार से शस्त्र एवं गोली गायब होने का खुलासा महालेखाकार (लेखा परीक्षा) की रिपोर्ट से हुआ है। ये मामला इसलिए और गंभीर है क्योंकि शस्त्रागार से शस्त्र और गोली को चुराने का आरोप किसी चोर पर नहीं बल्कि, रक्षकों पर ही लगा है.।
महालेखाकार (लेखा परीक्षा) की रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि दरभंगा पुलिस लाइन के शस्त्रागार से कई हथियार व गोलियां गायब हैं। इसे रक्षक ने ही गायब कर दिया। आरटीआइ कार्यकर्ता व मुजफ्फरपुर जिले के बलहा गांव निवासी अमित कुमार मंडल ने महालेखाकार (लेखा परीक्षा)के वर्ष 2014-17 के उपलब्ध निरीक्षण प्रतिवेदन के आधार पर मुख्य सचिव से कार्रवाई की मांग की है। मामला काफी पुराना है।
जिला बल द्वारा उपलब्ध अभिलेख की जांच में छह रिवाल्वर, एक पिस्टल और 114 कारतूस कम मिली हैं। बताया गया कि आरोपितों ने ड्यूटी के दौरान मिले शस्त्र और गोलियां को तबादले के बाद भी वापस नहीं किया। आरोपितों में अनि कुशेश्वर सिंह, संत प्रसाद सिंह, एएनएल सिन्हा, परिचारी प्रवर जेपी गुप्ता, हवलदार शेख लाल, सिपाही विजय एडवड तिग्गा, धर्मेंद्र कुमार चौधरी हैं। ये अभी कहां हैं, इसका पता नहीं चल रहा है।
उधर, एसएसपी बाबूराम ने कहा कि सार्जेंट मेजर को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। हथियार अगर शस्त्रागार में जमा नहीं कराया गया है तो विधि सम्मत कार्रवाई होगी। एक सप्ताह में जांच पूरी कर ली जाएगी।