मारपीट के मामले ने पकड़ा तूल, पटना में चार दिनों तक न्यायिक कार्य नहीं करेंगे वकील
दो दिन पहले पटना सिविल कोर्ट में हुई मारपीट से नाराज वकीलों ने न्यायिक कार्य से विरक्त होने का निर्णय ले लिया है।
पटना, जेएनएन। सिविल कोर्ट में दरोगा राजेन्द्र रजक द्वारा अधिवक्ता शैलेश कुमार की पिटाई किए जाने का मामला तूल पकड़ लिया है। लाइन हाजिर किए गए आरोपित दरोगा को निलंबित करने की मांग कर रहे अधिवक्ताओं ने शनिवार को चार दिनों तक न्यायिक कार्य से खुद को अलग रखने का निर्णय लिया।
बनाई गई तीन अधिवक्ताओं की टीम
अधिवक्ता संघ ने घटना की जांच के लिए तीन अधिवक्ताओं की टीम बनाई है। टीम को दो दिनों के अन्दर जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। सोमवार को संघ द्वारा यह निर्णय लिया जाएगा कि न्यायिक कार्य से अधिवक्ता आगे भी अलग रहेंगे या नहीं।
संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में अधिवक्ताओं की मांग पर हाउस बुलाई गई, जिसमें कई अहम निर्णय लिये गये। अध्यक्ष ने बताया कि तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है, जो घटना की जांच करेगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद संघ आगे की रणनीति तय करेगा। गरिमा में नहीं रहने वाले अधिवक्ता पर भी कार्रवाई होगी।