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बेऊर जेल से निकले बाहुबली विधायक अनंत सिंह, समर्थकों की लगी भीड़

मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह आज जेल से छूटे। अपने समर्थकों के काफिले के साथ वे बेऊर जेल से अपने घर पहुंचे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 29 Apr 2017 03:24 PM (IST)Updated: Sat, 29 Apr 2017 10:27 PM (IST)
बेऊर जेल से निकले बाहुबली विधायक अनंत सिंह, समर्थकों की लगी भीड़
बेऊर जेल से निकले बाहुबली विधायक अनंत सिंह, समर्थकों की लगी भीड़

पटना [जेएनएन]।बिहार के बाहुबली नेता और मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह शनिवार को बेउर जेल से रिहा हो गए। जेल से निकलने के बाद उन्होंने कहा कि मैं 22 महीने से जेल में था और मैं रिहा हो गया हूं।अभी मैं जेल से बाहर आया हूं और लोगों से मिलने के बाद मीडिया से बात करूंगा। महागठबंधन सरकार पर सवाल पूछने पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।

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रिहाई के बाद अपने समर्थकों के काफिले के साथ अनंत सिंह अपने पटना आवास पर पहुंचे और वहां से सीधे बाढ के लदमा गांव के लिए रवाना हो गए। वहां उनका मंदिर में मत्था टेकने का कार्यक्रम है।

कल ही गया की स्थानीय अदालत ने दो साल पहले बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के खिलाफ आपत्तिजनक और जातिवादी टिप्पणियां करने के मामले में निर्दलीय विधायक अनंत सिंह को जमानत दे दी थी। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सच्चिदानंद सिंह ने पिछले सप्ताह मोकामा से विधायक द्वारा दायर जमानत आवेदन पर आदेश पारित किया।

यह भी पढ़ें: कभी CM मांझी को धमकी देने वाले अनंत सिंह को हत्याकांड में मिली जमानत 

मिली जानकारी के मुताबिक गया से जमानत के आदेश से संबंधित कागजात बेऊर जेल पहुंचने के बाद उन्हें रिहा किया गया। अनंत सिंह की रिहाई को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी खुशी है। कल से ही उनके स्वागत की तैयारी में हो रही थी। अनंत सिंह के विधायक आवास के आस-पास चहल-पहल बनी हुई है। 

सुप्रीम कोर्ट ने सीसीए लगाने को बताया था गलत

सुप्रीमकोर्ट ने जेल में बंद विधायक अनंत सिंह के विरुद्ध सीसीए लगाने संबंधी राज्य सरकार के निर्णय को अवैध करार दिया था। साथ ही सीसीए को वैध ठहराने वाले पटना हाईकोर्ट के फैसले को भी रद्द कर दिया था। इससे उनके जेल से निकलने का रास्ता साफ हो गया था।

जून 2015 में गिरफ्तार हुए थे अनंत सिंह

विभिन्न मामलों में अनंत को जून 2015 में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद विधानसभा चुनाव में जदयू ने उनको टिकट नहीं दिया। वह मोकामा से जेल में रहते हुए निर्दलीय चुनाव जीते। वहीं एक-एक कर हाईकोर्ट से लगभग सभी मामलों में उनको जमानत मिल गई। इसी दौरान, पिछले साल सितंबर में सरकार ने उन पर सीसीए लगाकर जेल से बाहर निकलने का रास्ता एक साल के लिए बंद कर दिया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने अवैध करार दिया था। 

कानून की किताब में शायद ही कोई ऐसी धारा बची हो जिसके तहत अनंत सिंह के नाम पर केस दर्ज न हो।अनंत सिंह पर ढाई दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें कत्ल, अपहरण, फिरौती, डकैती और बलात्कार जैसे तमाम संगीन मामले शामिल हैं। अकेले सिर्फ बिहार के बाढ़ थाने में ही कुल 23 संगीन मामले दर्ज हैं। 

मर्सिडीज से लेकर बग्घी तक की सवारी करते हैं अनंत

मर्सिडीज से लेकर बग्घी तक की सवारी करने वाले अनंत को हत्या और अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया था। मामला चार युवकों के अपहरण और उनमें से एक की हत्या का है। बीते 17 जून को पटना के बाढ़ में चार युवकों ने एक महिला से छेड़छाड़ कर दी। आरोप है कि अनंत के इशारे पर उनके गुर्गों ने चारों युवकों को अगवा कर लिया था। उनमें से एक युवक की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी। अगले दिन उसका शव जंगल में पड़ा मिला था।

रेप और हत्या में सामने आया नाम 

2007 में एक महिला से बलात्कार और हत्या के मामले में उनके शामिल होने की बात सामने आई। जब इस संबंध में एक चैनल के पत्रकार ने उनसे सवाल किया तो बाहुबल के नशे में चूर विधायक ने उन्हें जमकर पीटा।मामले ने तूल पकड़ा और विधायक की गिरफ्तारी भी हुई2013 में उन पर पटना के पॉश पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित अपने होटल के सामने अतिक्रमण करने का आरोप भी लग चुका है।


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