अनंत सिंह को हत्या के मामले में जमानत, दबंगई ऐसी कि सीएम तक को दी थी धमकी
भी सत्ता के करीब रहे, मुख्यमंत्री तक को धमकी दे डाली। ये हैं निर्दलीय विधायक अनंत सिंह। बीते जून में पटना के बाढ़ में हुई एक हत्या के बाद गिरफ्तार अनंत सिंह को हत्या के ही एक अन्य मामले में पटना हाईकोर्ट ने जमानत दी है।
पटना। कभी सत्ता के करीब रहे, मुख्यमंत्री तक को धमकी दे डाली। ये हैं निर्दलीय विधायक अनंत सिंह। बीते जून में पटना के बाढ़ में हुई एक हत्या के बाद गिरफ्तार अनंत सिंह को हत्या के ही एक अन्य मामले में पटना हाईकोर्ट ने जमानत दी है।
न्यायाधीश जितेन्द्र मोहन शर्मा की पीठ ने गुरुवार को मोकामा के विधायक पर सीधा आरोप नहीं पाए जाने के आधार पर जमानत पर छोडऩे का आदेश दिया। हालांकि, जमानत मिलने के बाद भी उन्हें अभी जेल में ही रहना पड़ेगा। इसी कोर्ट से हत्या से संबंधित एक अन्य मामले में उनकी जमानत खारिज हो चुकी है।
यह है मामला...
अभियोजन पक्ष की ओर से बताया गया था कि प्रकाश कुमार उर्फ कारू की हत्या 12 जुलाई 2014 को कर दी गई थी। उसी दिन उसके भाई रणधीर कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें अनंत सिंह व अन्य अभियुक्त बनाये गये थे। बचाव पक्ष की ओर से पूर्व महाधिवक्ता व पूर्व मंत्री पीके शाही ने कहा कि यह केस राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण दायर हुआ था।
इसमें प्रत्यक्ष रूप से अभियुक्त पर हत्या का आरोप सिद्ध नहीं होता है। इतना ही नहीं, इस केस में विधायक पिछले साल 22 सितंबर से जेल में बंद हैं। जबकि, अपर लोक अभियोजक मायानंद झा ने अदालत को बताया कि अभियुक्त का बड़ा आपराधिक रिकार्ड है। उन्हें जमानत नहीं दी जानी चाहिए।
मोकामा से निर्दलीय विधायक
2005 पहली बार मोकामा से चुनाव जीतने वाले अनंत सिंह को अपने इलाके में छोटे सरकार के नाम से भी जाना जाता है। बाढ़ में बीते साल एक हत्या के सिलसिले में गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह का जदयू से नाता टूट गया। इसके बाद बीते विधानसभा चुनाव में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
इलाके में बोलती तूती
अनंत पर बिहार में करीब तीन दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं। मोकामा के इस डॉन की सरकार अलग ही चलती रही है। इस पूरे इलाके में अभी भी अनंत के नाम की तूती बोलती है।
कुछ साल पहले अनंत सिंह का एक वीडियो आया था, जिसमें वे एके 47 राइफल लेकर नाचते दिख रहे थे। टीवी चैनलों पर आईं ये तस्वीरें बयां कर रही थीं कि इस बाहुबली की अपने इलाके में कैसी धमक है।
सीएम व मंत्री तक को दे डाली धमकी
अनंत सिंह के आतंक का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने बिहार का मुख्यमंत्री रहते हुए जीतनराम मांझी को धमकी दे डाली थी। यह धमकी तब दी थी जब मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत की थी। इससे पहले अनंत सिंह ने नीतीश सरकार में मंत्री रहीं परवीन अमानुल्लाह को भी धमकी दी थी।
नौ साल की उम्र में गए जेल
कहा जाता हैं कि अनंत सिंह पहली बार महज नौ साल की उम्र में जेल गए थे। कानून की किताब में शायद ही कोई ऐसी धारा बची हो, जिसके तहत अनंत सिंह के नाम पर मुकदमा दर्ज न हुए हों। इनमें कत्ल, अपहरण, फिरौती, डकैती और बलात्कार जैसे तमाम संगीन मामले शामिल हैं।