शराबबंदी लागू करने में विफल गौरीचक थानेदार समेत पूरा थाना नपा
क्षेत्र में शराबबंदी लागू करने में विफल रहे गौरीचक थानाध्यक्ष रमन कुमार समेत पूरा थाना नप गया है।
पटना । क्षेत्र में शराबबंदी लागू करने में विफल रहे गौरीचक थानाध्यक्ष रमन कुमार समेत पूरा थाना शनिवार को नप गया। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने गौरीचक इलाके के लोगों के साथ शराबबंदी के समर्थन में बैठक की, फिर थाने का औचक निरीक्षण किया।
जांच के दौरान पाया कि शराब माफिया की थाने से साठ-गांठ के कारण क्षेत्र में शराब का निर्माण व बिक्री हो रही है। इसके बाद डीजीपी ने थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने के साथ थाने में तैनात नौ पदाधिकारियों व जवानों को लाइन हाजिर कर दिया। डीजीपी ने बताया कि थानाध्यक्ष रमन कुमार को 10 साल तक थाने की कमान नहीं सौंपी जाएगी। वहीं, गौरीचक में पदस्थापित नौ पुलिस पदाधिकारियों को जिला बदर किया जाएगा। साथ ही एसएसपी को आदेश दिया गया कि कार्रवाई की जद में आए जवानों को पुन: थाने में पदस्थापित नहीं किया जाए।
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: डेढ़ घंटे तक ग्रामीणों के साथ की बैठक :
गौरीचक इलाके के नागरिकों ने डीजीपी से शिकायत की थी कि उनके क्षेत्र में धड़ल्ले से देसी शराब बनाई जाती है। देसी व विदेशी शराब की बिक्री हो रही है। इलाके के लोग पुलिस की मदद तो करना चाहते हैं, लेकिन पुलिसकर्मी शराबबंदी लागू करने में दिलचस्पी नहीं लेते। इस शिकायत पर शनिवार की शाम डीजीपी साढ़े चार बजे चिउरा गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक की और थाना पुलिस की कार्यशैली के बारे में जानकारी ली। साथ ही लोगों से शराब के निर्माण व बिक्री पर रोक लगाने में पुलिस को सहयोग देने की अपील की।
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: डीजीपी के थाने में पहुंचते ही मचा हड़कंप :
सभा को संबोधित करने के बाद डीजीपी तुरंत गाड़ी मे बैठे और शाम छह बजे गौरीचक थाना पहुंचे। डीजीपी के पहुंचते ही थाने में हड़कंप मच गया। वे मालखाना के सामने लगी ओडी अफसर की कुर्सी पर बैठ गए और स्टेशन डायरी की जांच की। इसके बाद उन्होंने रनिंग रजिस्टर देखा। स्टेशन डायरी दो दिन से पेंडिंग थी। कई सरकारी दस्तावेजों में भी गड़बड़ी पाई गई। उसी कुर्सी पर बैठकर डीजीपी ने एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा को कॉल कर थानाध्यक्ष रमन कुमार को सस्पेंड करने का आदेश दिया। साथ ही पूरे थाने की पुलिस को लाइन हाजिर कर नई टीम की तैनाती करने को कहा, जिसमें दागी छवि के पुलिसकर्मी शामिल न हो। डीजीपी के साथ सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार और एएसपी किरण कुमार गोरख जाधव मौजूद थे।