सावधान! पटना में ताबड़ोड़ ताले तोड़ रहे एमपी-यूपी के चोर, चौंकाने वाला है करोड़ों की संपत्ति उड़ाने वाले शातिरों कर खुलासा
पटना में यूपी व एमपी के चोरों का एक गिरोह सक्रिय है। वह यहां करोड़ों की चोरियां कर चुका है। गिरोक के तीन शातिर पकड़े गए हैं। जबकि कई अभी भी बाहर हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
पटना, जेएनएन। मध्य प्रदेश (MP) व उत्तर प्रदेश (UP) के चोरों के एक बड़े गिरोह (Gang) ने पटना पुलिस की नींद हराम कर रखी है। ताबड़तोड़ चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले इस गिरोह के तीन शातिर बदमाशों को पुलिस ने राजधानी के राजीव नगर थाने के पीछे घुड़दौड़ रोड से पकड़ा है। उन्होंने एक महीने के दौरान 18 घरों को निशाना बात कर दो करोड़ रुपये की चारी की बात स्वीकार की है। गिरोह के कई और शातिर अभी भी बाहर हैं। गिरोह का सरगना प्रयागराज में छिपा है।
गिरफ्तार तीनों चोरों की हुई पहचान
गिरफ्तार चोरों की पहचान यूपी के झांसी निवासी गंजा, यूपी के बांदा जिले के डेगू और एमपी के अशोक नगर निवासी राजू उर्फ पासी के रूप में हुई। उनके पास से दो पिस्टल, ग्रिल खोलने और ताला तोड़ने के औजार और तीन गुलेल बरामद किए गए। वे घरों से खासकर सोने के गहने चुरा कर बेचते थे। उनकी निशानदेही पर चोरी के गहने खरीदने वाले सोनार अरविंद को भी यूपी के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है।
एक माह में 18 घरों को बनाया निशाना
गिरफ्तार चोरों की निशानदेही पर पटना की दीघा पुलिस ने यूपी के प्रयागराज में दबिश दी। वहां जानसेनगंज में घंटाघर के पास से चोरी के गहने खरीदने वाले सोनार अरविंद कुमार को गिरफ्तार कर पटना लेकर आई। उसके पास चोरी की सोने की सात चूडि़यां, आठ झुमके, चार अंगूठी और एक लाख रुपये बरामद किए गए।
दो करोड़ की चोरी को किया स्वीकार
चोरों ने एक माह में राजीव नगर में नौ, रूपसपुर में छह और दीघा में तीन घरों के ताले तोड़ करीब दो करोड़ की संपत्ति उड़ा ले जाना स्वीकार किया है। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने 45 तोले सोने के गहने चुराने क बात बतायी। उन्होंने यह सोना सोनार अरविंद को बेचा था। सोनार ने 15 तोले सोने खरीदने की बात कबूली।
गिरोह के कई और चोर अभी भी बाहर
थानेदार मनोज सिंह ने कहा कि तीनों चोरों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। गिरोह के कई और चोरों के नाम सामने आए हैं। अब उनकी तलाश में दबिश दी जा ही है। घुड़दौड़ रोड पर जब उनकी गिरफ्तारी हुई, तब वे राजीव नगर में एक अपार्टमेंट के दो अन्य फ्लैट में चोरी की फिराक में थे। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि शास्त्रीनगर सहित अन्य आठ चोरियों में भी इसी गिरोह के शातिर शामिल थे। पुलिस ने पूर्व में हुई अन्य चोरियों के दौरान मिली फुटेज के जरिए आधा दर्जन संदिग्धों की पहचान की है। उनमें कई यूपी, एमपी और राजस्थान के हैं।