बिहार में आतंकी हमलों को लेकर अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर बढ़ाई गई सुरक्षा
बिहार के सबसे बड़े लोकपर्व छठ, नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह और देश में आतंकी हमलों की आशंका को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी 'हाइ अलर्ट' को लेकर राज्यभर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
पटना। बिहार के सबसे बड़े लोकपर्व छठ, नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह और देश में आतंकी हमलों की आशंका को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी 'हाइ अलर्ट' को लेकर राज्यभर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद यहां चुनाव संपन्न कराने आए 769 कंपनी अद्र्धसैनिक बलों में से 75 से अधिक कंपनियों को दिवाली और छठ जैसे त्योहारों को लेकर बिहार में ही रोक लिया गया है। इनमें रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की भी 10 कंपनियां शामिल हैं।
राज्य पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सूबे के सभी संवेदनशील स्थलों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस व सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। डीजीपी पीके ठाकुर के अनुसार पटना समेत राज्य के सभी जिलों में छठ के मौके पर नदियों व तालाबों के तट पर उमडऩे वाली भारी भीड़ के प्रबंधन के लिए भी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
राज्य पुलिस मुख्यालय ने चुनाव बाद की चुनौतियों को लेकर केंद्रीय अद्र्धसैनिक बलों की 75 कंपनियों की तैनाती नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह तक बिहार में ही रखने की रणनीति बनाई थी।
उधर, आपदा प्रबंधन विभाग ने भी छठ के मौके पर नदियों व तालाबों के तट पर उमडऩे वाली अपार भीड़ को लेकर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों की तैनाती कर दी है। ये सभी टीमें गोताखोरों के साथ-साथ राहत व बचाव के सभी अत्याधुनिक संसाधनों से लैस हैं।
साथ ही सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन विभाग के 'इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटरÓ को भी अगले तीन दिनों तक 24 घंटे के अलर्ट पर रखा गया है।
आगामी 20 नवंबर को राजधानी के गांधी मैदान में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने देश भर से आ रहे वीवीआइपी राजनेताओं की सुरक्षा को लेकर भी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस समारोह में कई ऐसे राजनेता शामिल हो रहे हैं, जिन्हें एसपीजी समेत केंद्र व राज्य सरकारों की उच्च स्तरीय सुरक्षा प्राप्त है।