सेल्फी के कारण आफत में पड़े मुखिया जी, पुलिस जेल भेजने की कर रही तैयारी
मुखिया जी ने नए वर्ष का जश्न मनाने के लिए मीट के साथ शराब का भी भरपूर इंतजाम किया। पीने के बाद नशे में इतना चूर भी हो गए कि इसकी सेल्फी खींचकर किसी के ह्वाट्सएप पर डाल दी।
सिवान [जेएनएन]। जिस शराबबंदी के लिए सीएम नीतीश कुमार ने तमाम विरोधों को झेलकर उसे सफलता दिलाई, उसे उन्हीं की पार्टी के निचले स्तर के पदाधिकारी धता बता रहे हैं। मामला बिहार के सिवान जिले के दारौंदा प्रखंड की रसूलपुर पंचायत से जुड़ा है।
यहां के मुखिया राजकुमार ठाकुर ने नए वर्ष का जश्न मनाने के लिए मीट के साथ शराब का भी भरपूर इंतजाम किया। इसमें पंचायत सेवक सहित कुछ और लोग शामिल थे। पीने के बाद नशे में इतना चूर भी हो गए कि इसकी सेल्फी खींचकर किसी के ह्वाट्सएप पर डाल दी। फिर क्या था। इसे वायरल होने में देर नहीं लगी।
दारौंदा थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष संजीत कुमार के सरकारी नंबर पर चल रहे ह्वाट्सएप पर भी यह फोटो आ गई। इसके बाद सभी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर अब इनकी तलाश की जा रही है, ताकि उनको जेल के सलाखों के पीछे भेजा जा सके।
मुखिया राजकुमार ठाकुर जनता दल यू के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ का दारौंदा प्रखंड अध्यक्ष भी है। शराब के साथ इसकी फोटो वायरल होने की जानकारी मिलते ही जद यू के जिलाध्यक्ष इंद्रदेव सिंह पटेल ने उसे पद और पार्टी की सदस्यता से बर्खास्त कर दिया है।
पुलिस ने इस मामले में मुखिया राजकुमार ठाकुर सहित इसकी गाड़ी के चालक सुनील कुमार, ग्रामीण प्रमोद राय एवं मुखिया के सचिव के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि निजी सचिव का सही नाम पता नहीं चल रहा। उनके बारे में जानकारी ली जा रही है। उसकी भी पहचान हो जाएगी। वायरल फोटो की जांच के लिए विशेषज्ञों के पास भेजी जाएगी तथा शराब मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।