बिहार और झारखंड की सड़कें बनाने वाली कंपनी के एजेंटों ने की करोड़ों की कर चोरी
कंपनी के मालिक राकेश कुमार ने बिना बिल और वाउचर के ही बेहिसाब कमाई की है। इनकम टैक्स की टीम को बिहार-झारखंड महाराष्ट्र और बंगाल में कंपनी के 50 से ज्यादा ठिकानों पर छापे के दौरान कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार और झारखंड की सड़कें बनाने वाली प्रमुख कंपनी अमहारा कंस्ट्रक्शन की कर चोरी की परतें अभी धीरे-धीरे खुल रही हैं। कंपनी के मालिक राकेश कुमार ने बिना बिल और वाउचर के ही बेहिसाब कमाई की है। इनकम टैक्स की टीम को बिहार-झारखंड, महाराष्ट्र और बंगाल में कंपनी के 50 से ज्यादा ठिकानों पर छापे के दौरान कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले हैं। तलाशी के दौरान पता चला कि फर्जी बिलों के कमीशन एजेंटों और आपूर्तिकर्ताओं ने भी करोड़ों की कर चोरी की है। कंपनी सड़क निर्माण के सामान की खरीद पर खर्च बढ़ाकर अपने मुनाफे को छिपा लेती थी। अतिरिक्त सामग्री बाजार में बेच दी जाती थी, जिसका कोई हिसाब नहीं होता था। आयकर की जांच अभी भी जारी है।
सौ करोड़ से ज्यादा की काली कमाई का पता लगाया
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की ओर से जानकारी दी गई है कि आयकर टीम ने ठीकेदार के विभिन्न ठिकानों पर छापे में लगभग सौ करोड़ से ज्यादा की काली कमाई का पता लगाया है। छापेमारी में 5.71 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई है और दस बैंक लाकरों पर रोक लगा दी गई है। सीबीडीटी कर आयकर विभाग के लिए नीति तैयार करता है।
लेन-देन और नकद खर्च को भी बढ़ाकर बताया गया
तलाशी के दौरान बरामद दस्तावेज से बता चलता है कि विभिन्न स्थानों पर अचल संपत्तियों में निवेश के लिए बेहिसाब लेन-देन और नकद खर्च को भी बढ़ाकर बताया गया है। कंपनी के मददगार कमीशन एजेंटों के परिसरों से भी हस्तलिखित डायरी एवं आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं। यह भी पता चला कि कंपनी संविदात्मक प्राप्तियों और सर्विस टैक्स को भी छिपा रही है। फिलहाल अब अमहारा कंस्ट्रक्शन की कर चोरी की परतें अभी धीरे-धीरे खुल रही हैं। बिहार-झारखंड, महाराष्ट्र और बंगाल में कंपनी के 50 से ज्यादा ठिकानों पर छापे के दौरान कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले हैं।