IGIMS में चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की उम्र की जा सकती है 67, एम्स के नियम बनेंगे बाधा
पटना आइजीआइएमएस में डॉक्टरों के रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाई जाएगी। शुक्रवार को बोर्ड ऑफ गवर्निग बॉडी की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के समझ निर्णय लिया जाएगा।
पटना, जेएनएन। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) के चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा दो वर्ष बढ़ सकती है। यह निर्णय 19 अप्रैल को होने वाली गवर्निग बॉडी की बैठक में लिया जा सकता है। आइजीआइएमएस बोर्ड ऑफ गवर्निग बॉडी की बैठक शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री सह चेयरमैन मंगल पांडेय की अध्यक्षता में होगी।
बिहार सरकार की दर्ज पर है मांग
बैठक को लेकर सभी सदस्यों को एजेंडा भेज दिया गया है। आइजीआइएमएस चिकित्सकों के अनुसार बिहार सरकार ने डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा 65 से बढ़ा कर 67 कर चुकी है। ऐसे में आइजीआइएमएस के चिकित्सक भी सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा में दो वर्ष बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त बैठक में संकाय सदस्यों के चिकित्सकों, कर्मचारियों की नियुक्ति पर मुहर लगेगी।
एम्स सिद्धांत सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा बढ़ाने में बनेगी बाधा
आइजीआइएमएस, एम्स दिल्ली के मानदंड के अनुसार संचालित होते हैं। ऐसे में एम्स में डॉक्टरों के सेवानिवृत्त होने की उम्र 65 वर्ष है। आइजीआइएमएस में चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाने में यह नियम बाधा बनेगा। यदि उम्र बढ़ा दी जाती है तो एम्स के मानदंड मानने वाले संस्थानों की सूची से बाहर हो जाएगा। ट्रॉमा सेंटर के लिए भूमि की मांग रखेगी आइजीआइएमएस आइजीआइएमएस ने अपने ट्रॉमा सेंटर के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति एवं एड्स कंट्रोल सोसायटी की भूमि संस्थान को देने की मांग बोर्ड में रखेगी। यदि बोर्ड से अनुमति मिल जाती है तो इसे सरकार को भेजा जाएगा। सरकार से अनुमति मिलते ही ट्रॉमा सेंटर बनाने पर काम शुरू होगा।