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सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत में फिदायीन हमले की साजिश रच रही आइएसआइ

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ अब देश के भीतर फिदाइन हमले की साजिश रचने में लगी है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद आइएसआइ की तरफ से इस हमले की तैयारी की आशंका जतायी जा रही है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Fri, 01 Mar 2019 11:03 AM (IST)Updated: Fri, 01 Mar 2019 10:46 PM (IST)
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत में फिदायीन हमले की साजिश रच रही आइएसआइ
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत में फिदायीन हमले की साजिश रच रही आइएसआइ

भागलपुर, जेएनएन। कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियां फैलाने में नाकाम और बदनाम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ अब देश के भीतर फिदाइन हमले की साजिश रचने में लगी है। खुफिया एजेंसियों को तकनीकी निगरानी में आत्मघाती दस्ते को सीमा पार कराने की तैयारी के बारे में जानकारी मिली है। 

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खुफिया सूत्रों के मुताबिक आइएसआइ अपने एजेंटों के जरिए पश्चिम बंगाल से लगने वाली बांग्लादेश सीमा से कुछ आतंकियों को प्रवेश कराने की तैयारी में है। कहा जा रहा है कि हाल में बांग्लादेश सीमा के करीब जारीधरला और धारीबोश गांव में ऐसी गतिविधियों की हलचल से खुफिया अधिकारी सतर्क हुए हैं।

उनकी रिपोर्ट पर बांग्लादेश सीमा पर चौकसी दे रहे बीएसएफ जवानों को सतर्क कर दिया गया है। बार्डर के नजदीकी गांवों पर भी नजर रखी जा रही है। 

फिदाइन हमले की योजना बनाने वाली आइएसआइ का निशाना देश के प्रमुख रक्षा संस्थानों, गोला-बारूद भंडार, देश के प्रमुख नेता और अधिक भीड़ वाले स्थान हो सकते हैं। इसकी भनक मिलने पर खुफिया एजेंसी बांग्लादेश बार्डर पर तैनात बीएसएफ, स्थानीय पुलिस के अलावा सभी पुलिस मुख्यालयों और सीमा की सुरक्षा में लगे एसएसबी जवानों को भी अलर्ट किया है।

अब तक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी बांग्लादेश सीमा से सटे धुलियान, कलियाचक समेत सीमांचल और नेपाल सीमा से जाली करेंसी की डिलीवरी भारत में कराती रही थी।

बता दें कि भागलपुर पुलिस ने भी खुफिया अधिकारियों से मिले इनपुट पर तीन मई 1994 को आइएसआइ से पाकिस्तान में प्रशिक्षण लिए दस आतंकियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से एक क्विंटल विस्फोटक समेत हथियार की बरामदगी हुई थी। तब मुहम्मद सलालुद्दीन समेत दस की गिरफ्तारी हुई थी। सूबे का पहला टाडा मामला भागलपुर में ही दर्ज किया गया था।


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