Move to Jagran APP

शराबबंदी का आफ्टर इफेक्ट, बिहार में पति-पत्नी के बीच बढ़ा है गजब का प्यार, जानिए

बिहार में शराबबंदी कानून का सबसे ज्यादा फायदा पत्नियों को हुआ है। इसकी वजह ये हैं कि बिहार में शराबबंदी के बाद महंगी साड़ियों की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। जानिए इस रिपोर्ट में...

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 06:28 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 10:03 PM (IST)
शराबबंदी का आफ्टर इफेक्ट, बिहार में पति-पत्नी के बीच बढ़ा है गजब का प्यार, जानिए
शराबबंदी का आफ्टर इफेक्ट, बिहार में पति-पत्नी के बीच बढ़ा है गजब का प्यार, जानिए

पटना [जेएनएन]। बिहार में शराबबंदी कानून के लागू होने के बाद पति अपनी पत्नियों से ज्यादा प्यार करने लगे हैं और पत्नियों की हर महंगी ख्वाहिश पूरी कर रहे हैं। ये हम नहीं कह रहे, ये आंकड़े बता रहे हैं कि बिहार में शराबबंदी के बाद बहुत बड़ा बदलाव आया है।

loksabha election banner

बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से राजनीति जमकर हुई औैर राज्य सरकार इस मामले को पूरे देश में लागू करने की बात करने लगी। इसे लोगों ने सराहा जिससे सरकार इसे सफल बताती रही, लेकिन विपक्ष इसे असफल और चेहरा चमकाने की राजनीति बताता रहा है।

राजनीति की बात तो ठीक है लेकिन शराबबंदी का सबसे ज्यादा फायदा बिहार में पत्नियों को मिला है। ये हंसने वाली बात नहीं है। आप जानकर हैरान हो जाएंगे क्योंकि चौंकाने वाले आकंड़े बताते हैं कि शराबबंदी के बाद पति अपनी पत्नियों की हर महंगी ख्वाहिश पूरी करने में लगे है। क्योंकि बिहार में शराबबंदी के बाद से अचानक महंगी साड़ियों की बिक्री में इजाफा हुआ।

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार बिहार में महंगी साड़ियों की बिक्री में 1715% बिक्री बढ़ी है। ऐसा उछाल तो बिहार में अन्य किसी उत्पाद में देखने को नहीं मिला है। हालांकि बिहार में शराबबंदी का सकारात्मक असर अन्य उत्पादों की बिक्री पर भी देखने को मिला है।

- शहद की बिक्री लगभग 400% तो वहीं पनीर की बिक्री 200% ज्यादा हुआ

- प्रोसेस्ड फूड में 46% और ड्रेस मेटेरियल में 910% की बिक्री बढ़ी है 

इससे पता चलता है कि शराबबंदी से लोगों का ध्यान दूसरी चीजों में बंटा है और अब लोग इन चीजों पर अधिक ध्यान दे रहे हैं।

रिसर्च के अनुसार जब बिहार में शराबबंदी लागू की गई थी उस वक्त राज्य में शराब का सेवन करने वालों की संख्या 44 लाख थी जिनके औसतन हजार रुपए महीने में शराब में चले जाते थे, लेकिन उसके बाद महीने कम से कम 440 करोड़ रुपए बचाए गए और सलाना 5280 करोड़ रुपए की बचत हुई है।

इतना ही नहीं, शराबबंदी के बाद बिहार में आपराधिक घटनाओं जैसे अपहरण में 66.6%, हत्या में 28.3% और लूटपाट में 22.8% की गिरावट देखने को मिली है। ये आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि पति-पत्नी का प्यार बढ़ा है जो महंगी साड़ियों की खरीदारी के आंकड़े बता रहे हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.