विवादित बयान देने के बाद कीर्ति आजाद का यू-टर्न, कहा-गलती हो गई, मुझे माफ करें
भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामते ही कीर्ति आाजाद ने विवादित बयान दिया था कि मेरे समय में और पिताजी के समय में जिताने के लिए बूथ कैप्चरिंग खूब होती थी। इसके बाद माफी मांगी है।
पटना, जेएनएन। बिहार में बूथ लूट की बदौलत चुनाव जीतने की बात कहने वाले कांग्रेस नेता कीर्ति झा आजाद बैकफुट पर आ गए हैं। उन्होंने कहा था कि बूथ कब्जा कर चुनाव जीते थे। उनके पिता के वक्त भी कुछ ऐसा ही हुआ था। कीर्ति आजाद के इस बयान को लेकर काफी हंगामा मचा था जिसके बाद उन्होंने माफी मांगी है।
दरअसल कांग्रेस में शामिल होने के बाद दरभंगा में अपनी पहली सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि 1999 में मेरे लिए भी बूथ लूटने का काम हुआ था। उनके पिताजी के समय भी यही काम होता था। विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अब माफी मांग ली है। सांसद ने कहा कि उन्होंने हंसी-मजाक में ये बात कही थी।
बता दें कि कीर्ति आजाद का ये बयान मीडिया की सुर्खियां बनीं और इस बयान पर विपक्ष का हमला शुरू हो गया। बवाल बढ़ने के बाद कीर्ति आजाद ने दरभंगा में मीडिया के सामने सफाई देते हुए कहा कि मेरे कहने का तात्पर्य बूथ लूटने की बात से नहीं था, हमारा मतलब बूथ मैनेजमेंट से है। उन्होंने कहा कि उन्हें क्या मालूम था कि इस तरह बाल की खाल निकाली जाएगी?
वहीं, कीर्ति आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो हमेशा अनेकों जुमला फेंकते रहते हैं। सच को झूठ और झूठ को सच बनाते रहते हैं। उन्होंने न जाने क्या-क्या बातें कहीं, मगर किसी ने उनपर तो कोई सवाल नहीं उठाया। जबकि हमारी इतनी सी बात पर बखेड़ा शुरू हो गया है। यदि मुझसे गलती हुई है तो मैं क्षमा मांगता हूं।
विदित हो कि सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय (दिल्ली) में राहुल गांधी ने कीर्ति आजाद को पार्टीकी सदस्यता दिलाई। इसके अगले दिन दरभंगा में पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने उनका स्वागत पार्टी कार्यालय में किया। कीर्ति इस अवसर पर उन्हें संबोधित कर रहे थे।
कहा: कार्यकर्ताओं ने मेरे लिए कब्जा किया था बूथ
सांसद कीर्ति झा आजाद ने कहा कि न तो उन्हें कांग्रेस पार्टी में शामिल होने में कोई परेशानी हुई और न ही कांग्रेस को उन्हें अपनाने में, क्योंकि वे मूल रूप से कांग्रेस परिवार से ही हैं। कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उन्होंने जोश भरते हुए कहा कि आप लोग मेरे पिताजी के लिए भी बूथ कब्जा करने का काम करते थे और वर्ष 1999 में मेरे लिए भी किया था। दरअसल, उस समय बैलेट से चुनाव होता था।