इस हफ्ते नहीं लिये सात फेरे तो फिर अगले साल मई तक करना होगा शुभ मुहूर्त का इंतजार
Wedding dates in Hindu Calendar हिंदू पंचांगों के मुताबिक इस साल शादी के शुभ मुहूर्त 13 दिसंबर तक ही हैं। इसके बाद शादी के लिए अप्रैल के आखिरी हफ्ते या फिर मई का इंतजार करना होगा। जनवरी से मार्च तक शादी का कोई मुहूर्त नहीं है।
पटना, जेएनएन। कोरोना के संक्रमण और शहर में लॉकडाउन के चलते पिछले कई महीनों से शुभ व सार्वजनिक कार्य बाधित रहे। वहीं दूसरी ओर भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी से क्षीरसागर में योगनिद्रा में चले जाने के कारण लगभग पांच महीने तक शुभ कार्य बाधित रहे। पांच महीने बाद भगवान विष्णु को कार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि को निद्रा से जागृत होने के बाद मांगलिक कार्य आरंभ हो गया और शहनाई बजने लगी है, लेकिन शादियों का शुभ मुहूर्त अब केवल 12 दिन में ही शेष बचे हैं। अगले साल शादी के मुहूर्त अप्रैल के आखिरी हफ्ते से हैं। यानी अभी शादी नहीं हुई तो चार माह से अधिक लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
देवोत्थान एकादशी के साथ हो गया चातुर्मास का समापन
कार्तिक शुक्ल एकादशी बुधवार 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के साथ ही चातुर्मास का भी समापन हो गया। इसके बाद मांगलिक कार्य जैसे शादी-ब्याह आदि कार्य आरंभ हो गए। इसके कारण बैंड-बाजा और शहनाई बजने लगी। ज्योतिष आचार्य श्रीनिवास पाठक की मानें तो 25 नवंबर से लेकर 13 दिसंबर तक ही शादी के शुभ मुहूर्त हैं। इसके बाद अगले वर्ष शादी के शुभ मुहूर्त बन रहा है। बनारसी पंचांग के अनुसार दिसंबर में शादी के शुभ मुहूर्त 9 और मिथिला पंचांग के अनुसार दिसंबर माह में पांच शुभ वैवाहिक लग्न मुहूर्त है।
शुभ मुहूर्त के लिए ये है जरूरी
पंडित ने पंचांगों के हवाले से बताया कि शादी के शुभ मुहूर्त के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु तथा मीन लग्न में से किसी एक का रहना जरूरी है। वहीं रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भाद्र, उत्तरा आषाढ़ में एक नक्षत्र की उपस्थिति अनिवार्य है। सर्व उत्तम मुहूर्त के लिए रोहिणी, मृगशिरा और हस्त नक्षत्र का रहना जरूरी है।
वर्ष के वैवाहिक शुभ मुहूर्त
बनारसी पंचाग (महावीर पंचाग) के अनुसार
नवंबर: 25, 30
दिसंबर: 1,2,3,6,7,8,9,11,13
मिथिला पंचाग (विश्वविद्यालय पंचांग) के मुताबिक
दिसंबर: 6,7,10,11,14
चार महीने तक नहीं होगा शादी-विवाह
15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में आने से खरमास आरंभ हो जाएगा। जो अगले वर्ष 14 जनवरी तक रहेगा। खरमास लगने के कारण शादी-विवाह नहीं होगा। इसके बाद 19 जनवरी को गुरु तारा अस्त हो जाएंगे जो 16 फरवरी तक रहेंगे। इसके बाद 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र तारा अस्त होगा। इसके कारण शादी ब्याह बाधित रहेगा। अगले वर्ष 22 अप्रैल के बाद ही विवाह मुहूर्त आरंभ हो पाएगा।
2021 में शुभ विवाह मुहूर्त
अप्रैल: 22,24,25,26,27,28,29,30
मई: 1,2,7,8,9,13,14,21,22,23,24,26,28,29,30
जून: 3,4,5,16,19,20,22,23,24
जुलाई: 1,2,7,13,15
नवंबर: 15,16,20,21,28,29,30
दिसंबर: 1,2,6,7,11,13