पटना में नालों के ऊपर बने मकान पर चला प्रशासन का बुलडोजर, डीएम और आयुक्त रहे मौजूद Patna News
जिलाधिकारी और आयुक्त खुद पटना में नालों के ऊपर बने अवैध कब्जे को तोड़ने निकले। इस दौरान पहले दिन बादशाही पईन इलाके में कार्रवाई की गई।
पटना, जेएनएन। राजधानी के नौ नालों और बादशाही पईन से अवैध निर्माण हटाने के लिए अतिक्रमणकारियों को दी गई मियाद मंगलवार को खत्म हो गई। बुधवार को जिलाधिकारी और आयुक्त खुद नालों पर बने अवैध कब्जे को तोड़ने निकले। इस दौरान प्रशासन का बुलडोजर बादशाही पईन पर अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों पर चला। पहले चरण में सात दर्जन कच्चे-पक्के मकानों पर नजर रही। नालों का विस्तृत सर्वेक्षण भी हुआ।
सितंबर माह में राजधानी में हुए जलजमाव के बाद पटना उच्च न्यायालय के तल्ख तेवर से नालों की उड़ाही के लिए प्रशासन के स्तर से विशेष अभियान चलाने की घोषणा की गई है। इसके लिए जल संसाधन, जिला प्रशासन ,नगर निगम एवं पथ निर्माण विभाग की संयुक्त टीमों का गठन हुआ है। छह टीम बनाई गई है। तीन टीम को सदर अंचल, दो टीम को संपतचक अंचल और एक टीम को फुलवारीशरीफ में लगाया जाएगा ।
नालों के अब तक हुए सर्वे के क्रम में यह पाया गया है कि नालों को भर कर मकान निर्माण के साथ ही कई जगहों पर पुल बना दिया गया है। कही -कहीं तो मिट्टी भरकर नालों के ऊपर सड़क भी बन गई है। इस तरह के सभी अतिक्रमण को बुधवार से हटाया जाएगा। अतिक्रमण हटाने के बाद नालों की उड़ाही की जाएगी। जिन नालों का अतिक्रमण कर निजी भवन बनाए गए हैं, उसे पहले तोड़ा जाएगा।
दो चरण में चलेगा अभियान
राजधानी में अतिक्रमण हटाओ अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा। पहला चरण बुधवार से 20 नवंबर तक तथा दूसरे चरण में 29 और 30 नवंबर को अतिक्रमण हटाया जाएगा। अतिक्रमण हटाने का विरोध करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश जिलाधिकारी कुमार रवि द्वारा दिया जा चुका है। उन्हें कोई रियायत नहीं दी जाएगी।
पहले चरण में यहां होगी कार्रवाई
बादशाही पईन, आनंदपुरी नाला, पटेल नगर नाला, सैदपुर से शनिचरा मंदिर तक का नाला, जोगीपुर संप हाउस से बाईपास होते पहाड़ी तक एनबीसीसी द्वारा निर्मित नाला, नंदलाल छपरा से मीठापुर तक बाईपास किनारे अवस्थित नाला, बाकरगंज नाला, कुर्जी नाला, दीघा-आशियाना पथ नाला, एयरपोर्ट से राजधानी वाटिका नाला, सरपेंटेंन- मंदिरी नाला।