ADG सिंघल का आदेश-इस दियारा के एक-एक अपराधी का कर दो खात्मा
राज्य के एडीजी मुख्यालय एसके सिंघल ने थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह की शहादत के बाद आदेश दिया कि मौजमा दियारा में कॉम्बिंग अॉपरेशन तबतक जारी रहेगा जबतक अपराधियों का खात्मा नहीं होता।
पटना [राज्य ब्यूरो]। पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिस जवान आशीष कुमार सिंह की शहादत के बाद राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) संजीव कुमार सिंघल ने आदेश दिया है कि खगडिय़ा व नवगछिया की सीमाक्षेत्र के सलारपुर मौजमा दियारा में तबतक पुलिस का कांबिंग ऑपरेशन जारी रहेगा, जबतक वहां सक्रिय सभी आपराधिक गिरोहों का सफाया नहीं हो जाता।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) संजीव कुमार सिंघल ने बताया है कि सलारपुर मौजमा दियारा में सर्च ऑपरेशन के लिए पुलिस मुख्यालय ने दो क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी), एसटीएफ की तीन चीता फोर्स और पांच डीएसपी की तैनाती कर दी है। इस कांबिंग व सर्च ऑपरेशन का नेतृत्व भागलपुर के जोनल आइजी सुशील एम खोपड़े स्वयं कर रहे हैं।
सिंघल ने कहा कि बिहार पुलिस ने शनिवार की तड़के अपराधियों के साथ मुठभेड़ में अपना एक जांबाज थानाध्यक्ष खोया है। उन्होंने कहा कि शहीद थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के परिजनों के लिए दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि ग्रुप बीमा की रकम के अलावा ग्रैच्यूटी समेत अन्य राशियों की तत्काल भुगतान के आदेश दे दिए गए हैं।
शहीद पुलिस अधिकारी के किसी एक आश्रित को जल्द ही सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी। साथ ही यह भी कहा कि शहीद आशीष कुमार सिंह की कैंसर पीडि़त मां के इलाज में राज्य पुलिस मुख्यालय हर संभव सहायता करेगा।
सिंघल ने बताया कि उस मुठभेड़ में पुलिस ने भी एक डकैत श्रवण यादव को मार गिराया है। हालांकि उसे घायल अवस्था में पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ में घायल सिपाही दुर्गेश यादव के इलाज की व्यवस्था सरकार से स्तर से की गई है। वह खतरे से बाहर है।