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पटना में बोलीं एक्‍ट्रेस सोनिया शर्मा : वेब सीरीज फिल्मों की भाषा के मर्यादित होने की जरूरत

टीवी सीरियल तेनाली रामा छत्रपति शिवाजी फेम अभिनेत्री सोनिया शर्मा शुक्रवार को पटना में थीं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में वेब सीरीज का क्रेज बढ़ा है। ऐसी फिल्मों को दर्शकों ने खूब सराहा। लेकिन इसका नकारात्‍मक पहलू भी है।

By Amit AlokEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 11:49 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 11:49 AM (IST)
पटना में बोलीं एक्‍ट्रेस सोनिया शर्मा : वेब सीरीज फिल्मों की भाषा के मर्यादित होने की जरूरत
पटना में एक्‍ट्रेस सोनिया शर्मा। तस्‍वीर: जागरण।

पटना, जागरण संवाददाता। टीवी सीरियल तेनाली रामा, छत्रपति शिवाजी फेम अभिनेत्री सोनिया शर्मा शुक्रवार को पटना में थीं। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में वेब सीरीज का काफी क्रेज बढ़ा है। ऐसे में बॉलीवुड की ओर से कई फिल्मों का निर्माण हुआ और कलाकारों को एक नई पहचान मिली।

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उन्‍होंने कहा कि ऐसी फिल्मों को दर्शकों ने भी खूब सराहा। लेकिन वेब सीरीज का दूसरा पहलू यह भी है कि इसकी भाषा किसी हिसाब से ठीक नहीं। फिल्मों में प्रयोग होने वाले आपत्तिजनक भाषा का प्रभाव बच्चों पर भी हुआ है। जिसके कारण बच्चों की मानसिक स्थिति भी बदली है। उन्होंने कहा कि फिल्में समाज का दर्पण होता है लेकिन इन दिनों सारी स्थिति बदल गई है। वेब सीरीज में काम करने को लेकर कहा कि भूल से भी इसका हिस्सा नहीं बनूंगी। अभिनेत्री ने कहा कि प्रतियोगिता हर जगह है। ऐसे में बॉलीवुड जगत की बात ही अलग है। पर्दे पर बेहतर करने और स्टार बने रहने के लिए कलाकारों को काफी परिश्रम और संघर्ष करना पड़ता है। लेकिन दूसरी ओर हमें वैसी फिल्मों को करना होगा जो हमारे लिए सही हो। उन्होंने टीवी सीरियल तेनालीराम, छत्रपति शिवाजी के बारे में कहा कि इस प्रकार के सीरियल समाज को सही दिशा प्रदान करने के साथ बच्चों को संस्कारवान बनाती है। बच्चे अपने इतिहास को समझते हैं। ऐसे सीरियल की वजह से बच्चों की भाषा भी सुधरती है। मूल रूप से हरिद्वार की रहने वाली अभिनेत्री ने कहा कि 10-12 सालों से मुंबई में रह रही हूं। बॉलीवुड में नशा को लेकर कहा कि नशा आज के दौर में भले ही लाइफ-स्टाइल बना हो लेकिन यह ठीक नहीं है। नशा हमें कहीं का नहीं छोड़ता। स्टार बनने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है लेकिन नशे के कारण सारी शोहरत मिट्टी में मिल जाती है। ऐसे में हम सभी कलाकारों को इन चीजों से परहेज करने की जरूरत है। तभी फिल्म जगत की गरिमा को बनाए रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की पृष्ठभूमि पर कई फिल्में बनी। अगर कहानी अच्छी होगी और काम करने का मौका मिलेगा तो जरूर काम करेंगे।


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