'काबिल' और 'रईस' के एक्टर ने खोले अपने राज, 'पद्मावती को लेकर कही ये बात
फिल्म 'काबिल' और 'रईस' के एक्टर नरेंद्र झा बीते दिन पटना में थे। इस दौरान उन्होंने दिल की बात कही। उन्होंने फिल्म 'पद्मावती को लेकर विवाद पर भी अपनी राय रखी।
पटना जेएनएन। बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर 'काबिल' व 'रईस' के अभिनेता नरेंद्र झा बिहार के मधुबनी जिला के रहने वाले हैं। बीते दिन वे पटना में थे। इस अवसर पर उन्होंने अपनी कई निजी बातें साझा की। फिल्म 'पद्मावती' को लेकर हालिया कंट्रोवर्सी पर भी अपनी राय रखी।
नरेंद्र ने बताया कि उनके पिता की इच्छा थी कि वे सिविल सर्विस की तैयारी कर बड़े अधिकारी बनें, लेकिन उन्हें तो फिल्मों में आना था। कहा कि जब 91 वर्ष की उम्र में पिता की मौत की सूचना मिली, तब भी वे फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे। थोड़ी देर के लिए सदमा पहुंचा, पर खुद को संभाला और शूटिंग के लिए तैयार हो गया। कहा कि शूटिंग छोड़ देता तो पिता की आत्मा को दुख पहुंचता। शूटिंग खत्म होने के बाद जी-भर के रोया।
नरेंद्र ने बताया कि अभिनय के पहले उन्होंने मॉडलिंग की। फिर, टीवी सीरियलों में काम किया। करीब 45 टीवी सीरियल्ाों में लीड रोल किया। हिंदी, तेलुगू, तमिल, संस्कृत आदि में कई फिल्में कीं। राजामौली की तेलुगू फिल्म छत्रपति और यम दोंगा, तेलुगू की द लीजेंड में काम किया। श्याम बेनेगल की सुभाषचंद्र बोस द लास्ट हीरो तथा संस्कृत में बनी चार फिल्मों में भी रोल किए।
बिहार के मधुबनी जिले के कोएलख गांव में जन्में नरेंद्र झा ने स्थानीय स्तर पर पढ़ाई के बाद पटना के बीएन कॉलेज से बीए किया। आगे जवाहर लाल नेहरू विवि (नई दिल्ली) में एमए इतिहास में एडमिशन लिया। परिवार के लोग चाहते थे कि वे आइएएस बनें। लेकिन, उनका दिल तो अभिनय में रम गया। फिर तो एक-एक कर कदम बढ़े और राह आसान होती गई।
इस बीच उन्होंने 11 मई, 2015 को पंकजा ठाकुर से शादी की। पंकजा सेंसर बोर्ड की पूर्व सीईआे हैं। नरेंद्र और पंकजा दोनों एक-दूसरे को दिल्ली में कॉलेज के दिनों से जानते थे।
बातचीत के दौरान नरेंद्र ने अपनी अपकमिंग मूवी 'विराम' के विषय में बताया। फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होने जा रही है। हाल में ही रिलीज उनकी दो फिल्में 'काबिल' और 'रईस' सुपरहिट रही हैं। 'पद्मावती' फिल्म पर हालिया विवाद पर उन्होंने कहा कि वे जन भावना का सम्मान करते हैं। लेकिन, सेंसर बोर्ड के फैसले का इंतजार किया जाना चाहिए।