कामचोर अफसर-कर्मचारी हो जाएं होशियार, जबरन कराए जाएंगे रिटायर
नहीं बचेंगे कामचोर अफसर-कर्मचारी। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से होगी शुरुआत। अपर मुख्य सचिव ने ऐसे कर्मियों की पहचान का निर्देश दिया।
पटना, राज्य ब्यूरो। Action will be taken against the doodle officer and employee in Bihar : राज्य सरकार ऐसे कामचोर अफसरों और कर्मचारियों को नौकरी से छुट्टी कर सकती है, जिनकी उम्र पचास पार कर चुकी है। राजस्व एवं भूमि सुधार में इसकी योजना बन रही है। विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने इस श्रेणी के सेवकों की पहचान करने का आदेश दिया है।
उन्होंने यह निर्देश विभाग और उसके तीन निदेशालयों-भू अभिलेख एवं परिमाप, भू-अर्जन एवं चकबंदी की बैठक में दिया। बैठक शुक्रवार को हुई। कामचोर सेवकों को दंड स्वरूप समय से पहले जबरन रिटायर कर दिया जाएगा। कहा कि विभाग अब अपने अकर्मण्य कर्मियों को और ढोने को तैयार नहीं है। उनकी सुस्ती का असर विभाग के काम काज की रफ्तार रोकने और सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने के लिए नहीं किया जा सकता है।
अपर मुख्य सचिव ने स्थापना प्रभारी को 30 जून 2019 से पूर्व आए दाखिल-खारिज के आवेदनों को लटका कर रखनेवाले 10 सबसे खराब अंचल अधिकारियों,अंचल निरीक्षकों एवं कर्मचारियों की पहचान कर उन्हें दंडित करने का आदेश दिया। ऐसे अंचल अधिकारियों की जल्द ही छुट्टी करने का आदेश स्थापना शाखा को दिया गया है।
मालूम हो कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को विशेषकर सर्वेक्षण और ऑन लाइन म्यूटेशन के मामले में अपना लक्ष्य हासिल करने में काफी परेशानी हो रही है। सुस्त सहायक बंदोबस्त पदाधिरियों की वजह से सर्वेक्षण का काम धीमा है। चेतावनी के बावजूद कुछ अंचलाधिकारी अपने अडिय़ल रवैया छोडऩे को तैयार नहीं है।