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बिहार विधानसभा में मारपीट व हंगामा के दोषी विधायकों पर कार्रवाई तय, आचार समिति को जांच का आदेश

बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विशेष सशस्‍त्र पुलिस बल विधेयक के विरोध में विपक्ष ने विधानसभा में जबरदस्‍त हंगामा किया था। अब इसके दोषी विधायकों पर कार्रवाई तय लग रही है। स्‍पीकर विधानसभा की आचार समिति को इस घटना की जांच का आदेश दिया है।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 07:53 AM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 08:41 PM (IST)
बिहार विधानसभा में मारपीट व हंगामा के दोषी विधायकों पर कार्रवाई तय, आचार समिति को जांच का आदेश
नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव (फाइल तस्‍वीर), स्‍पीकर विजय सिन्‍हा (तस्‍वीर: एएनआइ) एवं मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल तस्‍वीर)

पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्‍क। बीते दिनों बिहार विशेष सशस्‍त्र बल विधेयक के खिलाफ विधानसभा (Bihar Assembly) में हुए उत्‍पात (Uproar) को विधानसभा अध्यक्ष (Assembly Speaker) विजय कुमार सिन्‍हा (Vijay Kumar Sinha) ने गंभीरता से लिया है। उन्‍होंने कड़ी कार्रवाई करते हुए मामले को विधानसभा की आचार समिति (Ethics committee) को सौंप दिया गया है। आचार समिति के सभापति राम नारायण मंडल (Ram Narayan Mandal) ने कहा है कि वे विधानसभा अध्यक्ष से मिले निर्देश को गंभीरता से देखेंगे। समिति कोई भी फैसला वीडियो सहित सभी उपलब्‍ध सबूतों को देखने के बाद लगी। जांच में दोषी पाए गए विधायकों पर कार्रवाई भी होगी। उधर, विपक्ष का कहना है कि केवल विधायकों पर कार्रवाई से बात नहीं बनेगी। विधायकों पर हमला करने वालाें पर भी कार्रवाई हो। आरजेडी ने इस मामले में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की माफी की मांग को भी दुहराया है।

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बिहार विधानसभा में क्‍या हुई थी घटना, जानिए

विदित हो कि बीते मंगलवार को बिहार विधानसभा में सरकार द्वारा विशेष सशस्‍त्र पुलिस बल विधेयक पेश किए जाने के दौरान जबरदस्‍त हंगामा हो गया था। आरजेडी व कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष विधयेक के खिलाफ था। इस दौरान आरजेडी सहित विपक्ष के कई विधायकों ने जबरदस्‍त हंगामा किया। स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए विधानसभा में बाहर से पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस ने हंगामा कर रहे विधायकों को खींच-खींचकर बाहर निकाला। इसके अगले दिन विधेयक पर विधान परिषद में भी मारपीट होते-होते बची। बहरहाल, सरकार ने विधेयक को विधानसभा व विधान परिषद में पास करा लिया। इसके बाद इसपर राजयपाल की स्‍वीकृति के साथ अब यह कानून बन चुका है। इस बीच विधानसभा में हंगामे की जांच शुरू कर दी गई है।

निष्‍पक्ष जांच के आधार पर होगी कार्रवाई

विधानसभा में उत्‍पात के बाद विधानसभा अध्‍यक्ष के रूख को देखते हुए तथा मामला आचार समिति केे हवाले करने से अब साफ हो गया है कि दषी विधायकों पर करवाई तय है। समिति के सदस्य ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू कहते हैं कि जांच पूरी तरह निष्‍पक्ष होगी और सबूतों के आधार पर फैसला होगा।

दोषी पुलिसकर्मियों पर भी हो कार्रवाई

इस मामले में विपक्षी दलों के नेताओं ने भी अपनी बात स्‍पष्‍ट कर दी है। उन्‍होंने कहा है कि केवल विधायकों पर ही नहीं, उन लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने विधायकों के साथ मारपीट की थी। कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा कहते हैं कि ज्यादा दोषी पुलिसकर्मी हैं, जिन्होंने विधानसभा में घुसकर विधायकों को पीटा था।

आरजेडी नीतीश से फिर की माफी की मांग

उधर, आरजेडी ने घटना के लिए मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की माफी का मांग फिर दोहराया है। घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में नेजा प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव  (Tejashwi Yadav) पहले ही मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को दोषी ठहराते हुए उनकी माफी की मांग कर चुके हैं। अब आरजेडी के एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने भी कहा है कि कार्रवाई बाद में हो, पहले नीतीश कुमार माफी मांगें।

आचार समिति के ये हैं सदस्‍य, एक नजर

इस मामले की जांच कर रही आचार समिति में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तीन तो जनता दल यूनाइटेड (JDU) के एक सदस्‍य हैं। इसमें विपक्षी राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) का भी एक सदस्‍य है। आचार समिति के सदस्‍य ये हैं...

  • राम नारायण मंडल : सभापति (बीजेपी)
  • अरुण कुमार सिन्हा : सदस्य (बीजेपी)
  • ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू : सदस्य (बीजेपी)
  • अचमित ऋषिदेव : सदस्य (जेडीयू)
  • विष्णुदेव राय : सदस्य (आरजेडी)

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