बिहार में इन पुलिसवालों ने चूहों को कर दिया था टल्ली, अब होगी ये बड़ी कार्रवाई
बिहार में पूर्ण शराबबंदी है। इसके बावजूद शराब की बिक्री हो रही है। इसमें पुलिसकर्मी भी संलिप्त रहे हैं। ऐसे पुलिसवालों पर अब सरकार कड़ी कार्रवाई करने जा रही है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद चूहों को शराब पिलाकर टल्ली करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की अब खैर नहीं। इस मामले में दोषी पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ निलंबन से लेकर बर्खास्तगी तक की कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी केएस द्विवेदी ने राज्य के सभी जिलों के एसएसपी व एसपी के साथ-साथ सभी रेंज डीआइजी व जोनल आइजी को इस आशय का निर्देश जारी किया है। डीजीपी ने अपने निर्देश में कहा है कि शराबबंदी को प्रभावी बनाने की जगह इसमें लापरवाही या ढिलाई बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ 90 दिनों के अंदर विभागीय कार्यवाही पूरी कर ली जाए।
पहले भी हो चुकी बर्खास्तगी
बता दें कि पिछले साल बरामद शराब को मालखाने में सुरक्षित नहीं रखने और अपने थानाक्षेत्र में शराब कारोबार की सूचना मिलने पर राज्य पुलिस मुख्यालय ने 120 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई की थी। इनमें करीब चार दर्जन पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया था।
पुलिस को कड़ी निगाह रखने का आदेश
डीजीपी ने थानाक्षेत्र के अधीन उन स्थानों को चिन्हित करने के भी निर्देश दिए हैं, जहां बार-बार शराब की बरामदगी, इसके निर्माण या खरीद-बिक्री की शिकायतें आ रही हैं। साथ ही थानेदारों को वैसे शराब व्यापारियों पर निगाह रखने की जिम्मेदारी सौंपी है जो राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू होने से पहले शराब की लाइसेंसी दुकान चलाते थे।
थानाध्यक्ष देंगे शराब कारोबार नहीं होने का प्रमाण
साथ ही अब सभी थानाध्यक्षों से यह प्रमाणपत्र भी लिया जाएगा कि उनके थानाक्षेत्र में शराब का कोई कारोबार नहीं हो रहा है। डीजीपी ने एफएसएल में लंबित शराब से संबंधित वैसे मामलों की जांच शीघ्र पूरी करने को कहा है जिसके कारण अभियुक्तों को अदालत से सजा दिलाने में विलंब हो रहा है।