दिनकर जयंती पर काव्य पाठ में आकांक्षा प्रथम
वाणिज्य महाविद्यालय की साहित्य परिषद् ने सोमवार को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर काव्य पाठ का आयोजन किया।
पटना । वाणिज्य महाविद्यालय की साहित्य परिषद् ने सोमवार को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर अंतर-महाविद्यालयीय सस्वर काव्य-पाठ प्रतियोगिता आयोजित की। इसमें वीमेंस कॉलेज की आकाक्षा सिंह ने प्रथम, पटना कॉलेज के सुमित कश्यप ने द्वितीय एवं पटना लॉ कॉलेज के सदफ मुस्तफा तथा पटना वीमेंस कॉलेज की छात्रा शारदा मणि ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। प्रतियोगिता में पटना लॉ कॉलेज से राधा कुमारी, पटना साइंस कॉलेज से मुस्कान कुमारी एवं माला रानी, पटना कॉलेज से सुमित कश्यप एवं गौरव कुमार, वाणिज्य महाविद्यालय से शिवम कुमार एवं हर्ष राज, बीएन कॉलेज से अंबरीष नारायण एवं तथादि, मगध महिला कॉलेज से मनीषा कुमारी, पटना वीमेंस कॉलेज से आकाक्षा सिंह एवं शारदा मणि तथा कला एवं शिल्प महाविद्यालय से चिन्मय राज आदि शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप जलाकर पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रास बिहारी प्रसाद सिंह ने की। प्राचार्य प्रो. बीएन पांडेय ने अतिथियों का स्वागत किया। निर्णायक मंडल में प्रो. अमरेन्द्र मिश्र एवं डॉ. नरेन्द्र तिवारी मौजूद थे। कुलपति ने व्यक्ति के जीवन में साहित्य की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि दिनकर जी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से कहा था, 'राजनीति जब-जब फिसलती है, तब-तब साहित्य ही उसको संभालता है।' विशिष्ट अतिथि प्रमोद कुमार सिंह ने राष्ट्रकवि की प्रेरक पंक्तियों को प्रस्तुत किया। संचालन प्रो. चंदन कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नरेन्द्र तिवारी ने किया। मौके पर शिल्प एवं कला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार पाण्डेय, प्रो. राम प्रवेश राम, प्रो. शिवशकर प्रसाद, प्रो. शशाक भूषण लाल, डॉ. सुप्पन प्रसाद सिंह आदि मौजूद थे। पुरस्कृत प्रतिभागियों एवं निर्णायक मंडल के सदस्यों ने कॉलेज की दिनकर-नेपाली वाटिका में फूलों के पौधे लगाए।