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स्वेज नहर में फंसने वाली एवर गिवेन शिप का पटना से रिश्ता! ट्विटर यूजर के दावे को क्यों सही बता रहे लोग

बिहार ही नहीं भारत से हजारों किलोमीटर दूर स्वेज नहर में फंसी शिप का पटना से क्या कनेक्शन हो सकता है? बिहार के एक युवक ने इसे लेकर बड़ा रोचक ट्वीट किया है। क्या आप भी जानना चाहते हैं पूरा मामला...

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 08:24 AM (IST)Updated: Thu, 01 Apr 2021 01:01 PM (IST)
स्वेज नहर में फंसने वाली एवर गिवेन शिप का पटना से रिश्ता! ट्विटर यूजर के दावे को क्यों सही बता रहे लोग
बिहार की राजधानी पटना में स्थित महात्मा गांधी सेतु। प्रतीकात्मक तस्वीर

पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्क। कहां स्वेज नहर और कहां पटना? क्या इन दोनों के बीच कोई रिश्ता हो सकता है? मेरी समझ से तो नहीं हो सकता है, लेकिन एक ट्विटर यूजर ने इन दोनों के बीच एक खास रिश्ता जोड़ा है और लोग इस रिश्ते को पसंद भी कर रहे हैं। क्या आप नहीं जानना चाहेंगे हजारों किलोमीटर दूर एक समुद्री नहर और पटना के बीच क्या रिश्ता हो सकता है? दरअसल एक टि्वटर यूजर ने पटना के महात्मा गांधी सेतु पर लगने वाले महाजाम का रिश्ता स्वेज नहर में 6 दिनों तक लगे जाम से जोड़ दिया है।

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स्वेज नहर में जाम भले एक दुर्घटना की वजह से लगा था, लेकिन पटना के इस पुल पर जाम लगना रोज की बात है। पुल से आवागमन करने वाले इस बात को जानते हैं। इसलिए जब भी इधर से गुजरना हो तो लोग 2 से 3 घंटे का अतिरिक्त समय लेकर चलते हैं। उत्तर बिहार से ट्रेन और फ्लाइट पकड़ने के लिए पटना आने वाले लोग अक्सर गांधी सेतु के जाम में फंस कर अपनी यात्रा से हाथ धो बैठते हैं।

ट्वीट करने वाले शख्स की पीड़ा भी कुछ ऐसी ही है। श्वेताभ द्विवेदी नाम के इस शख्स ने 30 मार्च की रात करीब 10:00 बजे ट्वीट किया- पटना एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ने के लिए 3 घंटे पहले 3 घंटे पहले घर से निकला था। अभी गांधी सेतु पर ही फंसा हूं। श्वेताभ ने अपने ट्वीट के साथ स्वेज नहर की वह तस्वीर शेयर की है, जिसमें एवर गिवन शिप रास्ता रोककर फंसी दिखाई दे रही है।

गौरतलब है कि स्वेज नहर में एक विशालकाय शिप फंस जाने के कारण यह मार्ग जहाजों के लिए अवरुद्ध हो गया था और इसकी वजह से दुनिया भर के सैकड़ों जहाज स्वेज नहर के दोनों तरफ फंस गए थे। श्वेताभ के इस ट्वीट को कई लोगों ने रिट्वीट भी किया है। अभिषेक रंजन नाम के एक यूजर ने लिखा है कि आपकी बात सही है, लेकिन राजेंद्र नगर से पटना जंक्शन जाना भी कोई आसान काम नहीं है। मदन झा नाम के एक शख्स ने महात्मा गांधी सेतु पर लगने वाले जाम के लिए स्वेज नहर की तस्वीर को ट्वीट किए जाने को सही उदाहरण बताया है।

पटना और वैशाली जिले के बीच गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतु की आजकल मरम्मत चल रही है। यह पुल काफी जर्जर हो गया था। इस वजह से पुल के दोनों लेन को बारी-बारी से तोड़कर नया निर्माण किया जा रहा है। पुल के पश्चिमी लेन को मरम्मत के बाद पिछले साल खोल दिया गया था। अब पूर्वी लेन की मरम्मत का काम चल रहा है। इसके लिए पूर्वी लेन की पूरी सड़क को तोड़ा जाना है। इसके बाद नए सिरे से पुल पथ का निर्माण होगा। इस मरम्मत कार्य के दौरान पुल के सुपर स्ट्रक्चर यानी खंभों को यथावत रहने दिया जाएगा। केवल पुल के ऊपर बनी सड़क को तोड़कर दोबारा बनाया जाना है। इसके निर्माण में लगी एजेंसी का दावा है कि यह काम 1 साल के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद महात्मा गांधी सेतु के दोनों लेन पर यातायात सुगम हो जाएगा।

एक और खुशी की बात यह है कि महात्मा गांधी सेतु के ठीक बगल में एक और नए पुल का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। इन दोनों पुलों का निर्माण पूरा हो जाने पर पटना से उत्तर बिहार आना-जाना बेहद आसान हो जाएगा। फिलहाल सेतु की केवल एक लेन से दोनों तरफ के वाहनों का आवागमन हो रहा है। इस वजह से अक्सर जाम लग जाता है। इसके ठीक बगल में एक पीपा पुल भी बनाया गया है, जिससे छोटे वाहन गुजरते हैं। हालांकि पीपा पुल रात को बंद कर दिया जाता है।


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