पटना के GV मॉल में लगी भीषण आग, करोड़ों की संपत्ति का नुकसान
पटना के श्रीकृष्णापुरी इलाके के बोरिंग रोड चौराहा स्थित जीवी मॉल में आज आग सुबह लग जाने से कई दुकाने जलकर राख हो गईं। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
पटना [जेएनएन]। श्रीकृष्णापुरी इलाके में बोरिंग रोड चौराहे पर स्थित जीवी मॉल में शनिवार की सुबह करीब 5 बजे शार्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। थर्ड फ्लोर में लगी आग ने कुछ ही देर में बेसमेंट से लेकर पांचवें फ्लोर को चपेट में ले लिया। धू-धूकर जल रहे मॉल को देख लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
दस मिनट में एक दमकल पहुंच गया, लेकिन आग की भयावहता देख दमकल कर्मियों ने और वाहनों की मांग की। कुछ ही देर में विभाग के डीजी, 50 अग्निशमन कर्मियों के अलावा अन्य फायर स्टेशनों से 12 अग्निशमन गाडिय़ां एक-एक कर पहुंच गए।
मशक्कत के बाद करीब दस बजे आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान मॉल के पांचवें फ्लोर तक एक छोर की सभी दुकानें खाक हो गईं। करोड़ों का नुकसान हुआ है।
गनीमत यह रही कि आग की लपटों की चपेट में समीप स्थित पेट्रोल पंप नहीं आया, नहीं तो भारी जान-माल की क्षति हो सकती थी। एसकेपुरी थाना, बुद्धा कॉलोनी थाना और कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
जानकारी के अनुसार मॉल के उत्तर-पूर्वी छोर पर सुबह करीब 4 बजकर 40 मिनट पर किसी राहगीर ने देखा कि मॉल के थर्ड फ्लोर पर एसआइबी लाइफ की ऑफिस से आग निकल रही है। संजय कुमार नामक व्यक्ति ने इसकी सूचना 4 बजकर 50 मिनट पर फायर विभाग को दी।
एक दमकल दस मिनट में मॉल के बाहर पहुंच गया। दमकल कर्मी ने फायर अफसर को सूचना दी कि आग भीषण है, तुरंत और दमकल की जरूरत है। थोड़ी ही देर में फायर विभाग स्टेशन अफसर अरविंद प्रसाद, दानापुर स्टेशन प्रभारी शशिभूषण, श्याम बिहारी, सचदेव सिंह, ओम प्रकाश, रमेश कुमार यादव, नागेन्द्र सहित 50 से अधिक फायर मैन भी पहुंच गए।
आग बढ़ती जा रही थी। लपटों ने मॉल के पांचवें फ्लोर से लेकर बेसमेंट को चपेट में लेना शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में फायर स्टेशन लोदीपुर से पांच, दानापुर से एक, कंकड़बाग से तीन, सचिवालय से दो और बाद में फुलवारी से एक दमकल पहुंच गए।
काम नहीं कर रहा था हाईटेक फायर सिस्टम
जब दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे तो गेट पर तीन-चार सिक्योरिटी गार्ड मौजूद थे। आग से लिफ्ट जल चुकी थी और धुएं के कारण सीढ़ी नहीं दिख रही थी। मेन गेट से उत्तरी छोर जहां आग लगी थी, वहां तक जाने के दौरान तीन गेट पार करने थे। सभी में ताला जड़ा था। उस छोर की तरफ दमकल जाने का रास्ता भी नहीं था।
फायरकर्मियों ने देखा कि मॉल में हाईटेक फायर सिस्टम स्प्रिंक्लर, डाउनकमर सिस्टम, हाईड्रेंट बॉक्स, वॉल्व हौज बॉक्स आदि लगे थे, लेकिन जब फायर विभाग की टीम ने इसका इस्तेमाल करना चाहा तो एक भी काम नहीं कर रहा था। यहां तक की हाईड्रेंट में पानी तक नहीं था। जबकि मॉल की छत पर बीस-बीस हजार लीटर का वाटर टैंक बना है।
इसके बाद किसी तरह कर्मी कटर से ताला काटकर उत्तरी छोर पर पहुंचे। तब तक आग मॉल के उत्तरी छोर के बेसमेंट से लेकर पांचवें फ्लोर को चपेट में ले चुकी थी। मॉल में लगे वाटर पंप में पानी नहीं होने और पांचवें फ्लोर की ऊंचाई काफी होने की विभाग को हाइड्रोलिक प्लेटफार्म लाना पड़ा। किसी तरफ दमकल की पाइप को जोड़कर पानी पांचवें फ्लोर तक पहुंचाया गया, लेकिन पानी का प्रेशर कम हो गया और आग बुझाने के काफी समय लग गया।
मॉल में लगी आग को 12 दमकल से सुबह दस बजे तक बुझाया जा सका। तब तक उतरी छोर की बेसमेंट से पांचवां फ्लोर राख हो चुका था। बेसमेंट खड़ी कई गाडिय़ां भी राख हो गईं।
कई दुकानें राख, करोड़ों का नुकसान
फायर स्टेशन अफसर अरविंद प्रसाद ने बताया कि मॉल के केयरटेकर विश्वजीत विश्वास, हरेंद्र कुमार और अरविंद ने लिखित आवेदन देकर बताया कि मॉल के अपर ग्राउंड में हैंग आउट और पेटू गली रेस्टोरेंट, सेकेंड फ्लोर पर मेंटर्स कोचिंग सेंटर, थर्ड फ्लोर पर एसबीआइ लाइफ ऑफिस, फोर्थ फ्लोर में ऑक्टोमस नाम की दुकान, पांचवें फ्लोर पर हैंगओवर जल गया है। इसके अलावा कई और दुकानें राख हो गईं। आग से करोड़ों का नुकसान हुआ है। हालांकि मॉल के तीन हिस्से सुरक्षित हैं। शनिवार को मॉल बंद रखा गया।
पेट्रोल पंप कर्मियों ने दिखाई सूझबूझ
मॉल के जिस छोर में आग लगी थी उसके नीचे चंद कदम दूरी पर इंडियन ऑयल का पेट्रोल पंप है। पेट्रोल पंप के अंडरग्राउंड में 40 हजार लीटर पेट्रोल और डीजल था। पेट्रोल पंप कर्मियों ने तुरंत सभी नोजल को बंद कर दिया। पेट्रोल पंप के पीछे लगी पानी की टंकी, एसी जल गया।
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यदि आग की चपेट में पेट्रोल पंप आ जाता तो आसपास के इलाके में भारी जान-माल की क्षति हो सकती थी। आसपास के लोग भीषण आग को देख सहम गए। अफरातफरी मच गई। फायर विभाग की टीम ने पेट्रोल पंप पर भी दमकल खड़ा किया था।
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