बेटियों की मार डाला,पत्नी का गला रेतने के बाद FB पर लिखा- अब नहीं जीना मुझे
सासाराम में एक निर्दयी पिता ने अपनी दो मासूम बेटियों की गोली मारकर हत्या कर दी और पत्नी का गला तेज धारदार हथियार से रेत डाला और उसके बाद एक सुसाइड नोट लिखा कि मैं जीना नहीं चाहता ।
सासाराम [जेएनएन]। जिले के इंदिरानगर में रहने वाले एक व्यवसायी ने बुधवार की रात दो बजे गोली मारकर दो मासूम बेटियों की हत्या कर दी। इसके बाद उसने धारदार हथियार से अपनी पत्नी पर जानलेवा हमला किया और उसकी गर्दन रेत दी।
फिलहाल, उसकी पत्नी हॉस्पिटल में एडमिट है। वारदात को अंजाम देने के बाद उसने सुसाइड नोट लिखा। जिसमें उसने इन सबके लिए खुद को जिम्मेदार बताया है।
आरोपी ललित नारायण सिंह पत्नी गुड़िया और दो बेटियां तन्नू और तान्या के साथ रहता था। ललित और गुड़िया का इकलौता बेटा भी है जो वारदात के वक्त अपनी बुआ के घर गया था। बताया जा रहा है वारदात को अंजाम देने के करीब 12 घंटे बाद तक ललित फेसबुक पर ऑनलाइन था।
उसके फ्रेंड संजय सिंह ने फेसबुक पर लिखा ‘भाई लौट जा’। जवाब में ललित ने लिखा कि ‘जीने की वजह नहीं बची है सर, जिंदा हूं पर बस शाम तक।’ एक और दोस्त नीरज ने आग्रह किया कि भाई लौट जाओ। ललित ने रिप्लाई किया, ‘मैं स्थिर हो गया हूं, अब बस शाम का इंतजार है'। फिर कई अन्य दोस्तों ने दिलासा दिया कि लौट आओ हमलोग सब संभाल लेंगे। लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
कर्ज से परेशान बताया जा रहा है ललित
बताया जाता है कि ललित मोहन सिंह ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। इससे परेशान होकर उसने वारदात को अंजाम दिया। बिक्रमगंज में ललित की मोबाइल की दुकान है। कटरिया गांव का ललित यहां फैमिली के साथ किराए के मकान में रहता था।
एएसपी नीरज सिंह ने बताया कि घटनास्थल से 7 पेज का नोट मिला है। इसमें ललित ने कर्ज से परेशान होकर बेटियों की हत्या की बात स्वीकारी है। स्वीकारोक्ति वाले पेपर में ललित ने खुद को कर्ज से परेशान बताया है और बेटियों की मौत का जिम्मेवार खुद को बताते हुए सुसाइड की बात लिखी है।
उधर, इंदिरानगर में ललितमोहन के पड़ोसियों ने कहा कि ललितमोहन बेटियों से काफी प्यार करता था। आखिर यह सब कैसे कर दिया।
बुधवार की रात पिता के हाथों मार डाली गई 10वीं क्लास की तन्नू और 7वीं क्लास की तान्या पढ़ने-लिखने में तेज थीं। उनके प्रज्ञा पुंज स्कूल के प्रबंधक अभिजीत आनंद ने कि तन्नू अपने क्लास की टॉपर थी। जबकि तान्या भी मेधावी थी। हाल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत एक प्रोग्राम में म्यूजिक के माध्यम से समाज को बेटी को बचाने की प्रेरणा दी थी।