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अनाथ पूनम को जब मिला छोटू का प्यार, शादी के जोड़े में सबको कहा-थैंक्स

अनाथ संवासिन पूनम कुमारी अपने शादी का जोड़ा पहन हंस भी रही थी और इसके साथ ही उसकी आंखों से खुशी के आंसू भी बह रहे थे। उसे राजू जैसा दूल्हा और मायके जैसा ससुराल जो मिला था।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 01 Sep 2018 06:47 PM (IST)Updated: Sat, 01 Sep 2018 11:32 PM (IST)
अनाथ पूनम को जब मिला छोटू का प्यार, शादी के जोड़े में सबको कहा-थैंक्स
अनाथ पूनम को जब मिला छोटू का प्यार, शादी के जोड़े में सबको कहा-थैंक्स

पटना [जेएनएन]। गायघाट स्थित महिला उत्तर रक्षा गृह में रह रही अनाथ संवासिन पूनम कुमारी की शादी शुक्रवार को पटना सिटी अनुमंडल कार्यालय परिसर स्थित रजिस्ट्री ऑफिस में बेगूसराय निवासी छोटू कुमार के साथ कानूनी प्रावधान के अनुसार हुई।

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अवर निबंधक नवीन कुमार, बाल संरक्षक इकाई के सहायक निदेशक दिलीप कुमार कामत, रिमांड होम की अधीक्षक वंदना गुप्ता, अधिवक्ता अजय कुमार व परिवार के समक्ष हुई यह शादी सुर्खियों में रही। सभी ने विभाग के इस प्रयास की सराहना की।

पूनम व छोटू को विवाह प्रमाण-पत्र भी दिया गया। शादी के जोड़े में सजे युवक-युवती ने एक-दूसरे को माला पहनाई और गवाहों के समक्ष हस्ताक्षर का एक-दूसरे का साथ जीवनभर निभाने का संकल्प लिया। शादी की कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही इन्हें मौजूद सभी लोगों ने आशीर्वाद दिया। 

सास ने कहा-मेरे घर खुशियां लेकर आई है पूनम

विवाह के उपरांत पूनम ने बताया कि उसे प्यार करने वाला पति छोटू और मायके जैसी ससुराल मिली है। वह बेहद खुश है। वहीं छोटू ने कहा कि अनाथ संवासिन से विवाह कर उसे गर्व हुआ है।

युवाओं को परिवार की सहमति से ऐसे कदम उठाने चाहिए। वहीं छोटू के पिता राजेश पासवान और मां नित्यहिया देवी ने कहा कि पूनम मेरे घर में खुशियां लेकर आई है। मां-बाप के प्यार से वंचित पूनम को कभी मायके की कमी नहीं महसूस होने दी जाएगी। 

पांच साल की उम्र से ही से संरक्षण गृह में रही पूनम

अधिकारियों ने बताया कि पूनम पांच वर्ष की अवस्था में ही भूली-भटकी मिली थी। इस अनाथ को पहले मुजफ्फरपुर रिमांड होम में रखा गया। वहां से उसे बाल संरक्षण होम बेगूसराय भेजा गया। वहां पूनम की पढ़ाई होती रही। 

संरक्षण गृह में बालू लेकर जाता था ट्रैक्टर चालक छोटू

बेगूसराय के सुधीर नगर थाना अन्तर्गत फरहांस मुसहरटोली निवासी छोटू कुमार ने बताया कि इस रिमांड होम में वह ट्रैक्टर से बालू गिराता था। यहीं पूनम से दोस्ती हुई। परिवार की सहमति लेकर विभागीय अधिकारियों से पूनम संग विवाह की इच्छा जताई। आज वह इच्छा कानूनी प्रक्रिया से पूरी हुई है। 

एक महीने पहले शादी के लिए दिया था आवेदन

छोटू के अधिवक्ता अजय कुमार ने पूनम से विवाह के लिए 31 जुलाई 2018 को निबंधन कार्यालय में आवेदन दिया था। एक माह की निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद पूनम और छोटू का विवाह 31 अगस्त को कराया गया। अधीक्षक वंदना गुप्ता ने कहा कि वह चाहती हैं कि उत्तर रक्षा गृह में रहने वाली सभी युवतियों का घर बसे।


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