एक जैसे दो हमसफर, एक जैसी दोनों की कहानी.. दोनों ने निकाह किया कुबूल
एक भीख मांगकर गुजारा करने वाली लड़की और एक नशे का शिकार लड़का दोनोें ने खुद के बूते बदल डाली अपनी जिंदगी और पहले कोर्ट में शादी की और फिर विधिवत निकाह किया।
पटना [जेएनएन]। कभी भीख मांगकर अपना जीवन बिताने वाली कहकशां के जीवन में कभी अंधेरा ही अंधेरा था भीख मांगना उसकी नियति थी। जहां से जो मिल जाता वही खा लेती, जो कोई कुछ देता था वो पहन लेती थी। लेकिन उसके जीवन का अंधेरा छंटा और आज कोर्ट में उसकी शादी हो गई।
जब गुलफशां भिखारिन का जीवन बिता रही थी तो उसे भिक्षावृत्ति से हटाकर शांति कुटीर महिला पुनर्वास केंद्र लाया गया और यहां उसे कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया गया और आज उसकी किस्मत बदल गई है। वह अाज अपने मेहनत के बल पर आत्मनिर्भर हो गई है।
गुरुवार को मोहम्मद सरफराज नामक सपनों के राजकुमार ने गुलफशां का हाथ थामा और उससे पारंपरिक रूप से निकाह किया। मोहम्मद सरफराज भी जीवन की बेबसी का मारा हुआ था। कभी वह भी स्ट्रीट चाइल्ड के रूप में फुलवारीशरीफ के दिशा मुक्ति केन्द्र आया था। सरफराज को नशे की लत थी। सरफराज की मां जमीला खातून मूक बधिर है।
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मां की विवशता और गरीबी से लाचार सरफराज नशा करके अपनी भूख मिटाता था। पटना जंक्शन से चाइल्ड लाइन ने उसे मुक्त कराकर नशा मुक्ति केन्द्र में रख दिया। नशा मुक्ति केन्द्र पर सरफराज का इलाज हुआ। नशे की लत से छुटकारा दिलाने के बाद उसे काम का प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद वहीं केयर टेकर का काम कर रहा है।
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गुरुवार को दोनों बेसहारे लोग एक दूजे के हो गए। इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा, समाज कल्याण निदेशक इमामुद्दीन अहमद मौजूद थे। बता दें कि मंगलवार को दोनों की कोर्ट में शादी हुई थी।